हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फ़बारी से बढ़ी शीतलहर

हिमाचल प्रदेश में मौसम ने यू-टर्न ले लिया है। इससे पहले जहां अप्रैल महीने ही हिमाचल में गर्मियों का रिकार्ड टूट गया था, तो वहीं अब अप्रैल महीने में बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग की ओर से जारी ऑरेंज अलर्ट के बीच प्रदेश के चोटियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है।

वहीं, राजधानी शिमला सहित प्रदेश के मैदानी इलाकों में बारिश की झड़ी लगी रही। बारिश व बर्फबारी से प्रदेश के तापमान में छह डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। तापमान में आई गिरावट से वातावरण में फिर से ठंडक लौट आई है।

मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार लाहुल-स्पीति के गोंदला व कुकुमसेरी में छह इंच और केलांग में दो इंच बर्फबारी दर्ज की गई है। इसके अलावा अटल टनल रोहतांग में भी बर्फबारी दर्ज की गई है।

इसके अलावा मनाली में 62 एमएम, जोगिंद्रनगर में 46 , कसौल में 45, कोटखाई में 35, चंबा में 33 , शिमला में 32, कल्पा में 31, धर्मशाला में 15, नूरपुर में 33, मशोबरा व तीसा में 27 एमएम बारिश दर्ज की है।

हिमाचल प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को भी बारिश व बर्फबारी को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। इसके बाद 23 अप्रैल तक प्रदेश में हल्की बारिश होने के आसार है। मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में 25 अप्रैल तक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। इसके बाद प्रदेश में धूप खिलने की आशंका जताई जा रही हैं।

मनाली व लाहुल के पर्यटन स्थलों में हिमपात का क्रम जारी है। मैदानी क्षेत्रों से मनाली पहुंच रहे पर्यटकों को दिसंबर व जनवरी जैसी ठंड का सामना करना पड़ रहा है। मनाली के सोलंगनाला, पलचानए, नेहरूकुंड, कोठी, मझाच व बुरुआ भी बर्फ के फाहों से सराबोर हुए हैं।

बुधवार को पर्यटकों को बर्फ के दीदार करने लाहुल नहीं जाना पड़ा। बुधवार को बर्फ के फाहों का आनंद लेने नेहरूकुंड से सोलंगनाला तक पर्यटकों की काफी संख्या में भीड़ उमड़ी। हिमपात के चलते अटल टनल सैलानियों के लिए बंद रही।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के साथ ही जनजातीय क्षेत्र जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी सहित निचले इलाकों में जमकर बारिश हुई है।

बुधवार को किन्नौर में लगते ग्रेट हिमालयन पर्वत श्रृंखला सहित अन्य सभी चोटिया बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। पर्यटन स्थल छितकुल, आसरंग, हांगो व नाको आदि कई क्षेत्रों में भी बर्फ के फाहे गिरे हैं।

मंगलवार शाम से ही किन्नौर में रुक -रुक हो रही बारिश के कारण अधिकांश नदी-नालों का जल स्तर में भी इजाफा देखा गया। किन्नौर प्रशासन ने भी पहले ही एडवाइजरी जारी कर लोगों को अनावश्यक घरों से बाहर न जाने की हिदायत दी है।

किन्नौर जिला में मौसम में आई इस परिवर्तन से बुधवार सुबह कस्थाल के निकट पागल नाला नामक स्थान पर एनएच पांच पर ल्हासा गिरने से एनएच पांच कुछ घंटे बंद रहा।

कनिष्ठ अभियंता सतीश जोशी ने कहा कि पागल नाला में ल्हासा आने से मार्ग करीब आधा घंटा अवरुद्ध रहा था, जिसे बहाल कर दिया है।

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