हिमाचल में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है तथा मूसलाधार बारिश हर रोज कहीं न कहीं कहर बरपा रही है। कुल्लू जिला के आनी उपमंडल की सरघा पंचायत के थाड़ीधार गांव में रविवार को बादल फटा। ये इलाका रामपुर के दूर दराज दुर्ग पंचायत सरपारा के पास पड़ता है।
सुग्गा गाँव की है घटना
बादल फटने से कुल्लू के सुग्गा गांव में 5 मकान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गांवों में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं एक मकान मलबे में दब गया, जहां परिवार के सदस्यों ने भाग कर जान बचाई। लेकिन मलबे में दो बच्चे दब गए। जिनके शवों को निकाल लिया गया है।
2 बच्चे हुए हादसे का शिकार
शनिवार रात 12 बजे के करीब भारी बारिश से सरपारा के सिकासेरी गांव में बादल फटने से बिट्टू राम पुत्र साधू राम का मकान गिर गया। जिसमें बिट्टू के 2 बच्चे मलबे में दब गए। मृतक बच्चे दिवान चंद व सुशील कुमार की उम्र 13 और 11 साल बताई जा रही है। बारिश के कारण सेब और अन्य फसलों को भी नुकसान हुआ है।
संपर्क मार्ग भी हुए बाधित
उधर, सरपारा को जाने वाला संपर्क मार्ग भी बाधित हो गया है। बारिश से नदी-नाले भी उफान पर हैं। वहीं, जगह-जगह भूस्खलन से दर्जनों संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं, साथ ही सड़कें भी बह गई हैं। पंद्रह-बीश क्षेत्र के सुगा, सिकासेरी और समेज की ओर जाने वाले संपर्क मार्ग भी जगह-जगह ल्हासे गिरने के कारण अवरुद्ध हो गए हैं।
प्रशासन हुआ मुस्तैद
प्रभावित इलाकों में राहत कार्य के लिए पुलिस बल और अन्य टीमें रवाना हो गई हैं, लेकिन मार्ग अवरुद्ध होने का कारण टीमों को कई जगह पैदल ही जाना पड़ रहा है। उधर, एसडीएम आनी ने लोनिवि को बादल फटने से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को तुरंत ठीक करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को 30-30 हजार की फौरी राहत दी है।