ईडी और सीबीआई के बीच चल रहे रिश्वत के खेल में एक और कड़ी जुड़ गई है। शिमला ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप के अढ़ाई करोड़ के रिश्वत मामले में अब सीबीआई के डीएसपी बलबीर सिंह को अब सीबीआई की टीम ने ही गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने अपने ही विभाग के आरोपी डीएसपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां अदालत ने आरोपी अधिकारी को एक दिन के रिमांड पर भेजने के आदेश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि ईडी के सहायक निदेशक ने डीएसपी पर रिश्वत के पैसों में से 10 प्रतिशत कमीशन मांगने के आरोप लगाए थे। विशाल दीप की ओर से इस बारे में सीबीआई निदेशक सहित अन्य को शिकायत भेजी थी। जिसके बाद सीबीआई की टीम ने यह कार्रवाई की है।
गौर हो कि धन शोधन से जुड़े मामले में हिमाचल के शिक्षण संस्थान संचालकों से अढ़ाई करोड़ रुपए रिश्वत मांगने के मामले में चंडीगढ़ सीबीआई द्वारा शिमला ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप के खिलाफ एफआईआर नंबर 33 व 34 दर्ज की है।
इसी मामले में उसके भाई विकासदीप और नीरज को भी गिरफ्तार किया हुआ है, जिनके पास से करीब 1.10 करोड़ बरामद किए गए हैं।
रिश्वत के इस मामले में जब विशालदीप गिरफ्तार नहीं हुआ था और फरार चल रहा था, तो तीन जनवरी को उसने सीबीआई के निदेशक को शिकायत भेजी थी।
शिकायत सीबीआई के ही एक डीएसपी सहित उसके खिलाफ केस दर्ज करवाने वाले दो अन्य के खिलाफ थी। शिकायत में विशालदीप ने आरोप लगाए थे कि उसे रिश्वत मांगने के लिए सीबीआई के डीएसपी द्वारा ही उकसाया गया था। डीएसपी ने उसे जांच के दौरान बहुत बार अलग-अलग जरिए से संपर्क करने का भी प्रयास किया था।
इसके बाद वह उसे मोहाली और शिमला माल रोड पर भी मिला था। इसी दौरान डीएसपी ने उसे शिक्षण संस्थानों के संचालकों से रिश्वत लेने के लिए उकसाया और उससे रिश्वत की राशि का दस प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाया है।
इन आरोपों को लेकर सीबीआई ने अपने विभाग के डीएसपी को पूछताछ के लिए कार्यालय में बुलाया और विशालदीप द्वारा लगाया गया आरोपों को लेकर सवाल-जवाब किए गए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीएसपी ने विशालदीप द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारा है।
हालांकि जांच टीम ने जब कहा कि विशालदीप के पास कमीशन मांगने के सबूत हैं, तो पूछताछ के दौरान ही डीएसपी की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद सीबीआई की टीम डीएसपी को चंडीगढ़ के एक अस्पताल में लेकर गई थी, जहां उसका इलाज करवाया गया।