सीमेंट और सरिया के दाम बढऩे के बाद अब ईंटों के दाम में भी बढ़ोतरी हो गई। इसके अलावा बिजली के वायरिंग का सामान भी महंगा हो गया है। आए दिन बढ़ रही महंगाई ने घर का निर्माण कार्य कर रहे लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसे में आम आदमी को घर बनाने के लिए आर्थिक परेशानियां बढ़ गई हैं।
सीमेंट, सरिया और रेत-बजरी के बाद अब बिजली की वायरिंग का सामान भी महंगा हो गया है। मकान के निमार्ण कार्य में बिजली की तारों के दाम 1700 प्रति रोल तक पहुंच गए हैं। इसके अलावा बिजली उपकरणों के दाम भी बढ़ गए हैं।
एक कमरे के निर्माण कार्य के जहां पहले सात आठ हजार की वायरिंग होती थी वहीं अब 10 से 12 हजार रुपए में हो रही है। एक साधारण पंखा जो एक हजार रुपए में मिलता था, अब वह 1500 से 1800 रुपए में मिल रहा है। अंडरग्राउंड वायरिंग के प्रयोग में लाए जाने वाले पीवीसी पाइप का दाम 90 से बढ़कर 150 रुपए पहुंच गया है।
महंगाई की मार
डीजल के दाम बढऩे से दस प्रतिशत बढ़ा वाहनों का किराया
सीमेंट बैग 450 रुपए
सीमेंट के रेट भी 450 रुपए प्रति बैग हो गए हैं। इसके अलाव ईंटों के दाम भी पांच से बढ़कर आठ रुपए प्रति ईंट तक हो गए हैं। इसके अलावा शिमला में रेत के दाम 60 से 65 रुपए प्रति फिट के हिसाब से मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि डीजल के दाम में वृद्धि होने के कारण दस प्रतिशत तक किराया बढ़ गया है।
सरिया दो हजार महंगा
शिमला के कारोबारी मंदीप ठाकुर ने बताया कि पिछले दो महीने में सरिए के दामों में 1500 से 2000 रुपए की वृद्धि हुई है। सरिए के दाम जीएसटी जोड़कर 8700 के अलावा 18 प्रतिशत जीएटी भी लगाया जा रहा है।
पेंट के दाम 20 फीसदी बढ़े
पेंट के दाम 20 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। 1000 रुपए में मिलने वाली पेंट की बाल्टी अब 1200 से 1500 रुपए की मिल रही है। वहीं, पानी की पाइपों सहित हाडवेयर के अन्य सामन के दामों में भी 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है।