भाई-बहन के प्रेम का पर्व : भैया दूज

कार्तिक शुक्ल द्वितीया को भाई दूज का त्योहार होता है। भाई दूज का त्योहार यमराज के कारण हुआ था, इसीलिए इसे यम द्वितीया भी कहते हैं। ज्योतिष क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त जवाली के ज्योतिषी पंडित विपिन शर्मा ने बताया कि इस बार भाईदूज 26 अक्तूबर को मनाया जा रहा है।

पंडित विपिन शर्मा ने बताया कि आज के दिन ही बुध देव दिन दोपहर एक बजकर 38 मिनट पर तुला राशि में प्रवेश करेंगे जिसका कई राशियों पर अनुकूल प्रभाव पड़ सकता है। बहनें भाइयों को तिलक दोपहर बाद ही लगा पाएंगी।

उन्होंने कहा कि कल यानी 27 अक्तूबर तक भी बहनें मुहूर्त को ध्यान में रखकर भाइयों को तिलक लगा सकती हैं। तिलक लगाने का आंतिम समय दोपहर के 12:45 बजे रहेगा। आज के ही दिन कुछ चुनिदा राशियों को इसका भरपूर लाभ भी मिलेगा।

मेष राशि की बात करे तो, इन जातकों के लिए बुध देव तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। इस दौरान जो जातक नया कारोबार शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए यह उत्तम समय है। वहीं जो जातक साझेदारी में व्यवसाय कर रहें हैं, उन्हें सफलता मिल सकती है। जीवन शैली में भी बढ़ोतरी हो सकती है।

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध देव का राशि परिवर्तन लाभप्रद हो सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत होने से साथ धन लाभ भी हो सकता है। घर में भी शांति का वातावरण बना रहेगा। छात्र जातकों के लिए भी यह समय अनुकूल हो सकता है।

कन्या राशि के जातकों के आय बढ़ सकते हैं। कोरोबार में भी मुनाफा हो सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को अच्छे नतीजे मिल सकते हैं। मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी हो सकती है। नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा।

सिंह राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में लाभ होने की संभावना है। इस दौरान आपसी रिश्ते भी मजबूत हो सकते हैं। इच्छाओं को पूरा करने में सफलता मिल सकती है। धर्म आदि कार्यों में भी रूची बढ़ सकती है।
(एचडीएम)

पूजा से अकाल मृत्यु का भय होता है खत्म

ज्योतिषी पंडित विपिन शर्मा ने बताया कि यम द्वितीया यानी भाईदूज के दिन यमराज अपनी बहन के घर दोपहर के समय आए थे और बहन की पूजा स्वीकार करके उनके घर भोजन किया था। वरदान में यमराज ने यमुना को कहा था कि भाई दूज यानी यम द्वितीया के दिन जो भाई अपनी बहनों के घर आकर उनकी पूजा स्वीकार करेंगे और उनके घर भोजन करेंगे उनका अकाल मृत्यु का भय नहीं रहेगा।

अपराह्न मुहूर्त

दोपहर 1:12 से 3:27 बजे तक रहेगा। इस बीच बहनें तिलक लगाकर भाई को भोजन करा सकती हैं।

विजय मुहूर्त
दोपहर 1:57 बजे से 2:42 बजे तक रहेगा। यह समय भी तिलक लगाने के लिए बहुत ही शुभ है।

जोगिन्दरनगर की लेटेस्ट न्यूज़ के लिए हमारे फेसबुक पेज को
करें।