जोगिन्दरनगर : क्या आपका बच्चा पढ़ाई में पिछड़ रहा है,या कमजोर है ? यदि हाँ तो बेहतर होगा कि आप उसकी पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ-साथ उसके खान -पान और विशेषकर ब्रेकफास्ट यानि नाश्ते पर ध्यान दें. एक अध्ययन के अनुसार जो छात्र ठीक से ब्रेकफास्ट या नाश्ता नहीं करते हैं या फिर बिना नाश्ता किए ही स्कूल चले जाते हैं वे न केवल पढ़ाई में पिछड़ जाते हैं बल्कि स्कूल की परीक्षा में भी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं. इसके अलावा बच्चों को अगर पोषणयुक्त आहार मिले तो वे न केवल पढ़ाई में तेज़ होंगे बल्कि उनका शारीरिक विकास भी होगा.
परीक्षा परिणाम से है नाश्ते का सम्बन्ध
दरअसल ब्रेकफास्ट का कनेक्शन बच्चे के परीक्षा परिणाम से है और यदि आपका बछा बिना ब्रेकफास्ट स्कूल जाता है तो वह परीक्षा में फेल हो सकता है. हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक बच्चे के ब्रेकफास्ट का असर उसकी पढ़ाई पर पड़ता है.
पढ़ाई में पिछड़ते हैं
एक अध्ययन के अनुसार जो छात्र ठीक से ब्रेकफास्ट या नाश्ता नहीं करते हैं या फिर बिना नाश्ता किए ही स्कूल चले जाते हैं वे न केवल पढ़ाई में पिछड़ जाते हैं बल्कि स्कूल की परीक्षा में भी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं. इस अध्ययन में रिसर्चर्स ने पाया कि जो बच्चे रोजाना स्कूल नाश्ता करके जाते हैं वे नाश्ता नहीं करने वाले बच्चों की तुलना में स्कूल परीक्षा में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
पोषणयुक्त आहार है जरूरी
ब्रिटेन की लीड्स युनिवर्सिटी में हुई रिसर्च में बच्चों के खान-पान और पढ़ाई से जुड़ी कई रोचक जानकारियां सामने आईं हैं. रिसर्चर ने पाया कि तकरीबन 300 स्कूलों और कालेजों के 30 फीसदी बच्चे ऐसे रहे जो बिना नाश्ता के ही स्कूल जा रहे थे. रिसर्च का यह आंकड़ा वैस्ट यार्कशायर से जुड़ा हुआ है. रिसर्च में बताया गया है कि बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए पोषणयुक्त भोजन सबसे ज्यादा जरूरी है. यदि बच्चों को पोषणयुक्त अच्छा खाना मिले तो वे न केवल पढ़ाई में तेज़ होंगे बल्कि उनका शारीरिक विकास भी होगा.