जोगिन्दरनगर : उपमंडल के तहत प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मच्छयाल में शनिवार से तीन दिवसीय मेले का शुभारम्भ हो रहा है. यह मेला शाही स्नान के साथ शुरू होता है. लोग सुबह यहाँ स्नान करके पूजा अर्चना करके मछिन्द्र देवता का आशीर्वाद भी लेते हैं. भारतीय देसी महीना बैसाख के शुरू होते ही मच्छयाल मेला शुरू होता है. इस मेले को बैसाख का मेला के नाम से भी जाना जाता है. मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलें तथा मेले का मुख्य आकर्षण कुश्ती का भी आयोजन होता है.
शाही स्नान के साथ शुरू होता है मेला
लोग सुबह-सुबह मेले में स्नान करने के बाद पूजा अर्चना करते हैं तथा स्थानीय मंदिर में मछिन्द्र देवता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इस मेले को स्थानीय जातर के नाम से भी जाना जाता है. इस स्थान में मछिन्द्र नाथ की पूजा अर्चना की जाती है जिसकी कहानी भी बड़ी दिलचस्प है. इस स्थान की विस्तृत जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें>> goo.gl/ui9PFM
बैसाख मेला
भारतीय देसी महीने बैसाख में यहाँ मेला लगता है. मेला तीन दिन तक चलता है और आसपास के गाँव के लोग यहाँ मेले का आनन्द उठाने आते हैं तथा ख़ुशी से झूम उठते हैं. मेले में कई प्रकार की खेलों का आयोजन होता है.
कुश्ती होता है मेले का मुख्य आकर्षण
मेले का मुख्य आकर्षण कुश्ती होती है जिसका फाइनल मुकाबला मेले के अंतिम दिन होता है. जिले के, स्थानीय व बाहरी राज्यों के पहलवान भी अपना दमखम दिखाने यहाँ आते हैं और आकर्षक इनाम जीत कर जाते हैं.