जोगिन्दरनगर : ऑनलाइन लाइव होने की लत के कारण आज का युवा वर्ग अपनी अनमोल जिन्दगी को दांव पर लगा रहा है. अधिकतर युवा ऑनलाइन ड्राइविंग के कारण अपनी जिन्दगी खो रहे हैं जोकि देश के लिए चिंता का विषय है. इसके बावजूद ड्राइविंग के दौरान ऑनलाइन दिखने वालों की भी कोई कमी नहीं है. हैरानी तो तब होती है जब किसी सड़क दुर्घटना में घायलों को बचाने के बजाय अधिकतर लोग वीडियो बनाने में लग जाते हैं. सोशल मीडिया पर लाइव होने का तो युवाओं में खुमार सा छा गया है. सोशल मीडिया पर लाइव होना चोरों के लिए भी वरदान साबित हो रहा है.
अधिकतर लोगों की गई जान
पिछले तीन महीनों में हुई सड़क दुर्घटनाओं में आधा दर्जन से ज्यादा जानें ऑनलाइन दिखाने के चक्कर में हुई हैं. हैरानी तो तब होती है जब किसी सड़क दुर्घटना में घायलों को बचाने के बजाय अधिकतर लोग वीडियो बनाने में लग जाते हैं.
अफ़सोस के ही रह जाते हैं कमेन्ट
गाड़ी में सवार लोगों को यह दिखाने की चाह होती है कि वे कहीं अलग स्थान पर जा रहे हैं व उनके इस सफर पर लोगों के कमेन्ट और लाइक्स आएँ परन्तु इस चक्कर में जिन लोगों के घरों के दीपक हमेशा के लिए बुझ जाते हैं उनके लिए सिर्फ अफ़सोस के ही कमेन्ट रह जाते हैं.
दांव पर न लगाएँ जिन्दगी
सोशल मीडिया पर लाइव होना बुरी बात नहीं है लेकिन ड्राइविंग के दौरान लाइव होना कहाँ की समझदारी है. यह तो अपनी जिन्दगी को दांव पर लगाने के बराबर बात है.
चोरों के लिए है वरदान
सोशल मीडिया पर लाइव होना चोरों के लिए भी वरदान साबित हो रहा है.कुछ लोग परिवार सहित घर से निकलते ही सोशल मीडिया पर लाइव हो जाते हैं व हर आधे घंटे बाद यह दिखाने की कोशिश करते रहते हैं कि वे अभी किस स्थान पर हैं. इससे चोरों को उनके घरों में सेंध लगाने का एक अच्छा मौका मिल जाता है.
सख्त हों क़ानून
इस तरह आज का युवा ड्राइविंग के दौरान लाइव होकर अपनी अनमोल जिन्दगी खो रहा है जोकि देश के लिए घातक है. सख्त क़ानून के द्वारा ही इस प्रकार की अनहोनी घटनाओं को रोका जा सकता है.