जोगिन्दरनगर: जोगिन्दरनगर – सरकाघाट सड़क पर शनिवार को सड़क दुर्घटना में 27 साल के सूरज की मौत हो गई है। सूरज मार्केटिंग का काम करता था। इस हादसे के कारण समस्त जोगिन्दरनगर क्षेत्र में शोक लहर है।
सूत्रों के अनुसार शनिवार सुबह सूरज ड्यूटी पर जा रहा था तो ‘चामुंडा मोटर वर्क्स’ के समीप उसकी बाईक सड़क पर फिसल गयी और वह रफ़्तार से सड़क के किनारे खड़ी टेम्पो से जा टकराया। सूत्रों के अनुसार उसने मौक़े पर ही दम तोड़ दिया।
सूरज की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी। सूरज के पिता जोगिन्दरनगर के रेलवे फाटक के पास मीट की दूकान करते हैं।ग़ौरतलब है की आजकल जोगिन्दरनगर-सरकाघाट एनएच का निर्माण कार्य चल रहा है जिसके चलते रोड साइड की खुदाई हो रखी है। पिछले 1-2 दिनों में बारिश के चलते यह सड़क फिसलन भरी हो गयी है जिसके चलते उक्त हादसा हुआ है।
तीन माह पहले शादी के बंधन में बंधी किरण अपने पति सूरज के साथ नववर्ष को मनाने के सपने देख रही थी, पर उसे क्या पता था कि इस वर्ष का अंतिम दिन उसकी खुशियों के सूरज को बुझा देगा और उसके जीवन के इस मनहूस दिन में उसका सुहाग उझड़ जाएगा। न जाने सूरज-किरण ने नववर्ष को मनाने के लिए क्या-क्या सपने देखे थे और क्या-क्या प्लानिंग की थी, लेकिन सारी की सारी योजनाओं व सपनों को इस दर्दनाक हादसे ने पूरी तरह तोड़ दिया।
सूरज व किरण की शादी तीन माह पहले सितंबर माह की 30 तारीख को धूमधाम से हुई थी और सूरज भी किरण बाला को बैजनाथ उपमंडल से धूमधाम से शादी कर ब्याहकर लाया था, परंतु होनी को कुछ और ही मंजूर था और बेचारी किरन बाला को क्या पता था कि जिसके साथ उसने सात फेरे लेकर जीवन भर साथ रहने की कसमें खाने वाला सूरज इतनी जल्दी उसे इस तरह छोडक़र इस दुनिया को ही अलविदा कह जाएगा।
बैजनाथ उपमंडल की किरण बाला की शादी इसी वर्ष 30 सितंबर को जोगिंद्रनगर के वार्ड-3 निवासी दीप चंद के 28 वर्षीय पुत्र सूरज के साथ हुई। रोजाना की तरह ही आज भी किरणबाला ने सूरज को आफिस भेजा, लेकिन सूरज घर से महज सौ डेढ़ सौ मीटर ही दूर पहुंचा होगा कि वह अपनी बाइक से असंतुलित होकर नीचे गिर गया और सिर पर ऐसी गहरी चोट लगी जो उसके लिए जानलेवा साबित हुई।
सूरज की इस मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है। सूरज के परिजन खुद को संभाल भी नहीं पा रहे हैं। ऐसे में कौन किसको ढांढस बंधाए। पेशे से सूरज वेब डिजाइनर का कार्य करता था और शनिवार को भी वह अपने काम पर जाने हेतु घर से निकला था, लेकिन हादसे का शिकार हो गया।
जोगिन्दर नगर डॉट काम अपने पाठकों से अनुरोध करता है कि फिसलन भरी सड़कों पर सावधानी से वाहन चलाएँ। दो पहिया वाहन वाले हेल्मेट ज़रूर पहनें ताकि इस तरह की दुखद और असमय मौत को टाला जा सके।