बिलासपुर : किरतपुर-नेरचौक फोरलेन18 मई से ट्रायल आधार पर खोला जा रहा है। जानकारी के अनुसार इस फोरलेन का जून में विधिवत उद्घाटन के लिए केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह किया जायेगा। यह बात केंद्रीय सूचना प्रसारण, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कुल्लू मुख्यालय के साथ लगते मौहल में कही।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन के निर्माण के बाद कीरतपुर से नेरचौक की दूरी 37 किलोमीटर घट जाएगी। अभी किरतपुर से नेरचौक की दूरी 114 किलोमीटर है। इस फोरलेन के खुलने से यह दूरी अब घटकर 77 किलोमीटर ही रह जाएगी। यानि कीरतपुर से मंडी की कुल दूरी जोकि 273 किलोमीटर है लेकिन इस फोरलेन के खुलने से कीरतपुर से मंडी की दूरी मात्र 120 किलोमीटर ही रह जाएगी।
इसी के साथ दूरी घटने से चंडीगढ़ से मनाली जाने में आठ घंटे लगते हैं वहीँ इस फोरलेन के शुरू होने से सफर मात्र चार घंटे का ही रह जायेगा। इस फोरलेन के बनने से आम आदमी और पर्यटकों के समय में बचत होगी। इस फोरलेन में सफर आरामदायक रहेगा तथा ट्रकों की वजह से यातायात की समस्या से भी निजात मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह फोरलेन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की हिमाचल प्रदेश के लिए बड़ी सौगात है। 18 मई से इसे पर्यटकों के लिए ट्रायल बेस पर खोला जा सकता है।
इससे पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। फोरलेन में अगर कोई कमी रही होगी तो उद्घाटन से पहले उसकी जानकारी पता चल सकेगी। अनुराग ठाकुर ने कहा कि भानुपल्ली-बिलासपुर-मंडी-लेह रेलवे लाइन बनाने पर भी सरकार काम कर रही है।
इस टनल की कुल लंबाई करीब 1800 मीटर है। इसका निर्माण कार्य सन 2014 में आईएल एंड एफएस कंपनी ने शुरू किया था, लेकिन बीच में काफी समय तक कार्य बंद रहा। अब यह टनल पूरी तरह से बनकर तैयार है।
हालांकि इस टनल के निर्माण को लेकर करीब आठ साल का समय बीत गया, लेकिन टीहरा टनल हादसा होने के बाद संबधित कंपनी कार्य बीच में ही छोड़ कर चली गई थी। वहीं, गत वर्ष हिमालय कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस टीहरा टनल के शेष बचे 492 मीटर कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई, जिसे कंपनी की ओर से महज एक वर्ष में ही पूरा कर लिया है।
गौरतलब है कि इस एक्सप्रेस-वे पर 1500 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. 130 किमी लंबा यह एक्सप्रेव बन रहा है और इसकी वजह से अब चंडीगढ़ से मंडी के लिए महज चार घंटे ही लगेंगे. इससे पहले, इस सफर के लिए छह घंटे से ज्यादा का वक्त लगता था.
अब चंडीगढ़ से मंडी की दूरी 50 किमी कम हो जाएगी. जानकारी के अनुसार टीहरा टनल के निर्माण पर अब तक करीब डेढ़ करोड़ की राशि खर्च हो चुकी है। कंपनी की ओर से टनल के भीतर लाइनिंग भी कर दी गई है।
कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन कार्य के तहत पांच टनल का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही अब उक्त फोरलेन की लागत राशि 4282 करोड़ पहुंच गई है
इसमें चार टनल बिलासपुर जिला व एक टनल मंडी जिला के तहत डैहर टनल है। फोरलेन पर कैंचीमोड़ से लेकर मंडी की सीमा भवाणा तक का कार्य गाबर कंपनी के हवाले था, जिस पर 22 ब्रिज और पांच टनल बनकर तैयार हो चुके हैं।
इस फोरलेन के खुलने से कुल्लू -मनाली पर्यटन को फायदा मिलेगा। अब पर्यटकों का लम्बा सफर भी इस टनल से होते हुए कम हो जाएगा।