जोगिन्दरनगर : पंजाब राज्य के अधीन जोगिन्दरनगर में चल रही शानन जल विद्युत परियोजना को लेकर बेशक पिछले दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की विस्तार से चर्चा हुई है लेकिन वर्ष 2024 में इस परियोजना के हिमाचल के अधीन आने की संभावनाएं प्रतीत नहीं होतीं।
पंजाब के ऊर्जा एवं लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह की बात से तो ऐसा ही प्रतीत होता है। पंजाब के ऊर्जा एवं लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह आज इस परियोजना का निरीक्षण करने जोगिन्दरनगर के शानन पॉवर प्रोजेक्ट में पहुंचे हैं और उन्होंने प्रोजेक्ट का बारिकी से निरीक्षण किया है।
इस दौरान पंजाब के मंत्री ने दावा किया की पंजाब पुनर्गठन एक्ट 1966 के तहत यह परियोजना पंजाब को मिली है और पंजाब ही इसे संचालित कर रहा है।
बकौल मंत्री पंजाब सरकार इस प्रोजेक्ट के प्रति गंभीर है और इसकी शीघ्र ही इसकी देखरेख पर बजट खर्च होने जा रहा है। मंत्री ने माना कि इस प्रोजेक्ट में अधिकारियों व कर्मचारियों का टोटा है, जिसे शीघ्र ही पूरा किया जाएगा।
इस अवसर पर मंत्री ने पंजाब सरकार ने शानन से विंच कैंप तक चलने वाली एशिया की द्वितीय हॉलिज वे ट्राली का भी सफर किया। उल्लेखनीय है की प्रदेश के पानी से प्रदेश की धरती पर बनी शानन परियोजना का संचालन एक एग्रीमेंट के तहत पंजाब सरकार कर रही है और यह एग्रीमेंट वर्ष 2024 में पूरा होने जा रहा है।
परियोजना को हिमाचल के अधीन लाए जाने के लिए जहां कई आंदोलन हो चुके हैं, वहीं बड़े-बड़े दावे भी किए गए लेकिन आने वाले समय में इस मामले को गंभीरता से ना लिया गया तो परियोजना को हिमाचल के अधीन लेना की टेढ़ी खीर से कम नहीं होगा।