कांग्रेस के प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आते ही ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करेगी। कांग्रेस की सरकारें छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हैं और इन दोनों जगह ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल कर दिया गया है। अब यही व्यवस्था आगामी विधानसभा चुनाव के बाद हिमाचल में भी लागू होगी।
वह शिमला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों का भी प्रदेश में शोषण हो रहा है। आउटसोर्स कर्मचारी लंबे समय से स्थायी नीति की बात कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांग को सरकार अनसुना कर रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आते ही आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए भी स्थायी नीति का फैसला करेंगे। आउटसोर्स भर्ती प्रक्रिया बंद करेंगे और उनके लिए स्थायी नीति लेकर आएंगे। इसके अलावा करुणामूलकों के लिए भी सत्ता में आते ही स्थायी नौकरी का प्रावधान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसकी वजह से महंगाई की मार झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है। मालभाड़ा बढऩे की वजह से सीमेंट और सरिया समेत खाद्य पदार्थों के दाम भी बढ़ रहे हैं। इसके खिलाफ कांग्रेस अब सड़कों पर उतरेगी।
बाजेपी में भी बिखराव कोई नहीं करता बात
राजीव शुक्ला ने कहा कि दूसरे दलों में भी बिखराव है। भाजपा में भी लोग बंटे हुए हैं, लेकिन कोई भी इस बिखराव की बात नहीं कर रहा है, जबकि कांग्रेस की एकजुटता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस के नेतृत्व का फैसला पार्टी हाई कमान करेगी। कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगी।
कांग्रेस का भाजपा से मुकाबला, आप से नहीं
राजीव शुक्ला ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस एकजुटता के साथ लड़ेगी। प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होना है। यहां तीसरे मोर्चे के लिए कोई जगह नहीं है। उकांग्रेस हाईकमान प्रदेश में नेतृत्व का फैसला करेगा। प्रदेश में आम आदमी पार्टी को सीटें नहीं मिलेंगी।