जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर के प्रसिद्ध हस्तरेखा विशेषज्ञ एवं ज्योतिषाचार्य कैप्टन डॉ. लेखराज शर्मा ने बताया कि सदी का सबसे लम्बा चन्द्र ग्रहण आषाढ़ पूर्णिमा, शुक्रवार 27/28 जुलाई 2018 की मध्यरात्रि को लग रहा है. लेखराज शर्मा ने कहा कि यह चंद्रग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा. इस ग्रहण को कम से कम तीन महाद्वीपों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा. लेखराज शर्मा ने बताया कि इस ग्रहण का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर पड़ रहा है तथा सभी राशियों के जातक अपनी राशि के अनुसार कुछ उपाय कर लाभ ले सकते हैं.
11 बजकर 54 मिनट से शुरू होगा
उन्होंनें बताया कि ग्रहण का सूतक 27 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 54 मिनट से शुरू हो जाएगा. ग्रहण का पर्व काल यानि ग्रहण शुभारम्भ रात्रि 11 बजकर 54 मिनट से रात्रि 28 जुलाई को 3 बजकर 55 मिनट तक रहेगा.
ग्रहण के दौरान न करें ये काम
लेखराज शर्मा ने बताया कि सूतक एवं ग्रहण काल में मूर्ति स्पर्श न करें. अनावश्यक खाना पीना, निद्रा और तैलाभ्यंग वर्जित है. साथ ही लोगों को इस दौरान झूठ, कपट आदि, वृथा अलाप,नाखून काटने आदि से परहेज करें. उन्होंनें कहा कि रोगी,बालक एंव गर्भवती स्त्रियों को यथानुकूल भोजन या दवाई आदि लेने में कोई दोष नहीं है. वहीँ गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में सब्जी काटना,पापड़ सेंकना आदि कार्यों से परहेज करना चाहिए तथा धार्मिक ग्रन्थ का पाठ करते हुए प्रसन्नचित रहें.उन्होंनें कहा कि इस चन्द्र ग्रहण का हर राशि पर अलग -अलग प्रभाव पड़ेगा