कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की दो सीटों के लिए उमीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने मंडी लोकसभा सीट पर विधायक और राज्य सरकार में मंत्री विक्रमादित्य को टिकट दिया है जबकि शिमला लोकसभा सीट से विनोद सुल्तानपुरी को मैदान में उतरा है।
लोकसभा की 4 सीटें
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की 4 सीटें हैं और चरों पर बीजेपी का कब्जा है। हालांकि राज्य में कांग्रेस की सरकार है। मंडी लोकसभा सीट पर वर्तमान में कांग्रेस प्रतिभा सिंह सांसद हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव
2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट बीजेपी के रामस्वरूप शर्मा ने कांग्रेस के आश्रय शर्मा को 4.05 लाख वोटों से हराया था लेकिन 2021 में उनका निधन हो गया।
राम स्वरूप के निधन के बाद
राम स्वरूप के निधन के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने खुशाल ठाकुर को टिकट दिया था उनके सामने कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी और विक्रमादित्य सिंह की माँ प्रतिभा सिंह को मैदान में उतारा। इस चुनाव में प्रतिभा सिंह को जीत मिली।
क्वीन और किंग के बीच लड़ाई
मंडी लोकसभा सीट पर इस बार क्वीन और किंग के बीच लड़ाई है। क्वीन फिल्म से महशूर हुई कंगना रनौत बीजेपी के टिकट पर हुनकर भर रही है तो रजा परिवार के वंशज विक्रमादित्य सिंह उन्हें चुनौती दे रहे हैं। वैसे यह सीट रजा परिवार की परम्परागत सीट मानी जाती है।
तीन बार सांसद रह चुकी
यहाँ से खुद प्रतिभा सिंह तीन बार सांसद रह चुकी हैं। वीरभद्र सिंह 2009 में संसद बने । अब उनके बेटे विक्रमादित्य मैदान में हैं। मंडी लोकसभा सीट में 17 विधानसभा सीट आती हैं।
इनमें 4 पर कांग्रेस है तो बाकि 13 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। मंडी सीट पर सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा।
साभार : पोस्ट हिमाचल