हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम बदलने के संकेत हैं। 22 जनवरी की रात से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके कारण ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि 23 जनवरी तक प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप रहेगा और तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
बर्फबारी और बारिश की स्थिति
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक संदीप शर्मा के अनुसार, 20 और 21 जनवरी को किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला और कुल्लू में हल्की बर्फबारी हो सकती है।
22 जनवरी की रात से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का मुख्य असर 23 जनवरी को देखने को मिलेगा। सिरमौर, सोलन और बिलासपुर में हल्की बारिश की संभावना है, जबकि किन्नौर, लाहौल-स्पीति, शिमला, कुल्लू और मंडी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है।
मैदानी क्षेत्रों में कोहरा और तापमान
24 जनवरी तक मैदानी क्षेत्रों में कोहरे से राहत रहेगी, लेकिन उसके बाद कोहरा फिर से लौट सकता है। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री अधिक बना हुआ है। कुफरी और नारकंडा में हल्की बर्फबारी की संभावना है, जबकि शिमला में बर्फबारी की संभावना बहुत कम है।
पर्यटन और शीतलहर का प्रभाव
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद कुल्लू और लाहौल-स्पीति में शीतलहर तेज हो गई है। रोहतांग दर्रा और अटल टनल के आसपास बर्फबारी के बीच पर्यटक फोर बाई फोर वाहनों से लाहौल पहुंचकर बर्फ का आनंद ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री का दौरा प्रभावित
मौसम खराब होने के कारण मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू धर्मशाला से मनाली विंटर कार्निवल के शुभारंभ के लिए समय पर रवाना नहीं हो सके। हेलीकॉप्टर उड़ान रद्द होने के बाद मुख्यमंत्री शाम को सड़क मार्ग से मनाली पहुंचे।
तापमान का हाल
गत 24 घंटों में पांवटा साहिब में अधिकतम तापमान 25 डिग्री और कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान -5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अन्य स्थानों पर शिमला का न्यूनतम तापमान 8.8, सुंदरनगर 9.0, धर्मशाला 4.5, केलांग -1.9 और मनाली 6.2 डिग्री सेल्सियस रहा।