हिमाचल के सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण होगा। उपनिदेशक की अध्यक्षता में गठित टीमें कभी भी स्कूलों में निरीक्षण करने के लिए पहुंचेगी। यह निरीक्षण महज औपचारिक्ता नहीं होगी।
निरीक्षण टीम क्लास में जाकर छात्रों से सवाल पूछेगी। यह सवाल लिखित और मौखिक दोनों तरह से पूछे जा सकते हैं। निदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से इस संबंध में सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं।
निरीक्षण में तीन चीजों पर मुख्य फोकस रहेगा। उपनिदेशकों को कहा गया है कि वह स्कूलों में जाकर गुणात्मक शिक्षा को लेकर क्या कार्य किया जा रहा है, उसे जांचें।
शिक्षक किस तरह से स्कूलों में पढ़ा रहे हैं, अनुशासन, कितना पाठ्यक्रम कवर हो चुका है, इसे भी जांचे। स्कूलों में जाकर बच्चों से सवाल करें। यदि कोई मौखिक रूप से जवाब नहीं दे रहा है तो लिखित में उससे जवाब मांगे।
हालांकि विभाग की ओर से मई महीने में भी इस तरह का आदेश जारी किया गया था। अब दोबारा यह सर्कुलर स्कूलों को भेजा गया है।
निरीक्षण दल बनाएगा पूरी रिपोर्ट
शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी किए निर्देश में कहा गया है कि स्कूलों में निरीक्षण करने जाने वाली टीम अपनी पूरी रिपोर्ट तैयार करें। किस दिन किस स्कूल का निरीक्षण किया।
वहां पर क्या खामियां पाई गई। कितने शिक्षक समय पर स्कूल आए, कितने अनुपस्थित रहे, इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार करके निदेशालय भेजें। इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। सभी जिलों के शिक्षा उप निदेशक इसकी रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को भेजेंगे।
नियमों की अवहेलना पर होगी कार्रवाई
विभाग ने उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वे स्कूलों का औचक निरीक्षण करें और देखें कि स्कूलों में नियमों का पालन हो रहा है या नहीं।
यदि कोई स्कूल नियमों की अवहेलना कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उपनिदेशकों को कहा गया है कि स्कूलों में जाकर यह भी देखें कि कक्षाओं में बच्चों को किस तरह से पढ़ाया जा रहा है।