कुल्लू के ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में वीरों को सलाम

हिमाचल प्रदेश में 74वें स्वतंत्रता दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी का पूर्ण रूप से पालन किया गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय ध्वज फहराया और पुलिस, आईटीबीपी, गृहरक्षक तथा एनसीसी कैडेट्स के आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी ली। पुलिस उपाधीक्षक वीनि मिन्हास ने परेड की अगवाई की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने देश की आजादी के लिए सीमाओं की रक्षा करते हुए अपनी जान की परवाह न करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डा. वाईएस परमार को भी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी है।

 

 

 

 

 

देश का प्रथम परमवीर चक्र हिमाचल के मेजर सोमनाथ शर्मा को प्रदान किया गया था। इसके उपरांत कैप्टन विक्रम बत्रा और हवलदार संजय कुमार को भी यह पुरस्कार मिला। उन्होंने लद्दाख की गलवान घाटी में देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले प्रदेश के वीर सैनिकों को भी श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वतंत्रता सेनानियों, सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवार के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। पूरा विश्व हमारे देश की ताकत और क्षमता को स्वीकार रहा है। सीमावर्ती पड़ोसी देशों के प्रति जवाबी कार्रवाई और कोविड-19 महामारी के दौरान आत्मनिर्भर भारत की घोषणा देश की निर्णय शक्ति को दर्शाती है। इस महामारी से प्रदेश की आर्थिकी बुरी तरह प्रभावित हुई है, परंतु देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में सुरक्षित है।

प्रधानमंत्री द्वारा समय पर लिए गए निर्णय से अब तक 135 करोड़ की आबादी वाले भारत देश में कोरोना के कारण सिर्फ 50 हजार लोगों की मृत्यु हुई है, जबकि 142 करोड़ की आबादी वाले 15 सबसे विकसित देशों में इस महामारी से 7.60 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते थे। स्वर्गीय वाजपेयी ने कुल्लू के प्रीणी गांव में अपने जीवन के कुछ यादगार दिन बिताए थे।

रोहतांग सुरंग का निर्माण उनका सपना था, जो जल्दी ही पूरा होने वाला है। इसी वर्ष सितंबर के अंत तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे देश को समर्पित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने सभी क्षेत्रों मे अभूतपूर्व विकास किया है। शिक्षा, खुले में शौचमुक्त, पर्यटन आदि क्षेत्रों में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि अटल सुरंग रोहतांग को एक प्रमुख पर्यटन आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा।

प्रदेश सरकार पर्यटकों के लिए इस सुरंग में विस्टाडुम बस सेवा आरंभ करने पर विचार कर रही है। कुल्लू के बिजली महादेव को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा तथा इस पर्यटन स्थल को रज्जूमार्ग सुविधा से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त करने की आयु सीमा को बिना किसी आय सीमा के 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष करने का निर्णय लिया गया था। इसके अंतर्गत 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.85 लाख लोग प्रतिमाह 1500 रुपए पेंशन का लाभ उठा रहे है।

इसके अतिरिक्त विधवाओं और विशेष रूप से सक्षम लोगों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन को भी बढ़ाकर एक हजार रुपए किया गया है और विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के अंतर्गत 1,63,607 नए मामलों को स्वीकृति दी गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने निदेशक सूचना एवं प्रौद्योगिकी आशुतोष गर्ग को मुख्यमंत्री सेवा संकल्प 1100 हेल्पलाइन के माध्यम से प्रदेश की जनता की समस्याओं के समाधान के लिए तथा सिरमौर जिला के पूर्व उपायुक्त ललित जैन को पर्यावरण संरक्षण एवं रोजगार सृजन के लिए हिमाचल प्रदेश सिविल सर्विस अवार्ड वर्ष 2020 से सम्मानित किया।

उन्होंने मंडी के वरिष्ठ पत्रकार तथा छायाकार बीरबल शर्मा को हिमाचल गौरव पुरस्कार-2020 प्रदान किया। इसके अतिरिक्त मंडी जिला के जाने-माने गायक बालकृष्ण शर्मा, विख्यात चिकित्सक मंगत राम डोगरा तथा लोक गायक नरेंद्र ठाकुर को भी हिमाचल गौरव पुरस्कार-2020 से सम्मानित किया।

उन्होंने ऊना जिला के भरवाईं क्षेत्र के संदीप कुमार को सामाजिक एवं साहसिक कार्यों के लिए, जबकि खेल के क्षेत्र में प्रशंसनीय एवं उत्कृष्ट योगदान के लिए शिमला जिला की अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर्र सुषमा वर्मा को भी सम्मानित किया। उन्होंने इस अवसर पर नशा निवारण वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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