प्रदेश में पर्यटकों को लेकर आने वाले वाहनों पर स्पेशल रोड़ टैक्स कम किया जाएगा। मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद परिवहन विभाग ने नया टैक्स स्लैब तैयार कर लिया है।
ऐसे में अब दिल्ली से मुख्यमंत्री के लौटने का इंतजार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री से लौटने के बाद उनकी अध्यक्षता में इस विषय पर एक बैठक होनी है।
बैठक में टैक्स कम करने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद परिवहन विभाग की ओर से नए टैक्स स्लैब की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि चंडीगढ़-पंजाब के टैक्सी ऑपरेटरों और शिमला होटल एसोसिएशन ने व्यवसायिक वाहनों पर लगाए टैक्स को वापस लेने की मांग की थी।
आपरेटरों का आरोप था कि इस टैक्स की वजह से उन्हें घाटा हो रहा है, वहीं प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो गया है। आपरेटर हिमाचल के टूअर ही नहीं ले रहे हैं।
जिन लोगों ने एडवांस बुकिंग करवाई थी, वह भी अपनी बुकिंगें रद्द करवा रहें है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू से पंजाब के ऑप्रेटर मिले थे।
इसके अलावा हिमाचल के होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने भी मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि सरकार जल्द ही इस पर फैंसला लेगी।
सरकार की ओर से बाहर से आने वाले कमर्शियल वाहनों पर टैक्स लगाया गया था जिसको लेकर बीते दिनों होटलियर एसोसिएशन के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री से मिले और मुख्यमंत्री को अपनी समस्याएं बताईं थी।
अब सरकार ने फैंसला किया है कि प्रदेश सरकार बाहरी वाहनों पर लगाए जाने वाले इस कर को घटाने का फैसला लेगी। गुजरात, पंजाब, हरियाणा से लेकर कोलकाता तक के टैक्सी बस ऑपरेटर ने पर्यटकों को हिमाचल लाने ले जाने पर रोक लगा दी थी।
इसके बाद प्रदेश के अंदर भी सरकार के फैसले को लेकर विरोध के सुर उठने लगे और इसी कड़ी में शिमला होटलियर संगठन ने मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की, जिसके बाद अब सरकार ने इस कर को घटाने का फैसला किया है।