हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में एक सप्ताह बाद मौसम ने करवट ली है। रविवार सुबह को लाहौल-स्पीति और कुल्लू के ऊंचे इलाकों में बर्फ के हल्के फाहे गिरे, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड का असर और भी गहरा गया है।
रोहतांग सहित अन्य ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हो रही है, लेकिन मनाली और केलांग के बीच वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से जारी है।
5 जिलों में पारा शून्य से नीचे
मौसम में बदलाव के साथ घाटी में कड़ाके की ठंड का अनुभव हो रहा है। कुल्लू में सुबह से हल्के बादल छाए हुए हैं और बागवानों तथा किसानों को बारिश और बर्फबारी की उम्मीद है।
हालांकि, प्रदेश में अब तक प्रचंड ठंड पड़ रही है और तापमान माइनस 14 डिग्री तक गिर चुका है। हिमाचल के 5 जिलों में पारा शून्य से नीचे चला गया है और मैदानी इलाकों में घना कोहरा देखने को मिल रहा है।
कुल्लू में तीसरे दिन भी उड़ानें प्रभावित
कोहरे के कारण शनिवार को कुल्लू में तीसरे दिन भी उड़ानें प्रभावित रही, जिससे यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के अनुसार 23 और 24 दिसम्बर को ऊंचे इलाकों में हिमपात हो सकता है, जबकि 27 दिसम्बर को पूरे प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है।
6 दिनों तक प्रदेश में शीतलहर का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों तक प्रदेश में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। 24 और 25 दिसम्बर को मैदानी इलाकों में घने कोहरे के कारण दृश्यता में कमी हो सकती है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है।
वहीं मंडी, किन्नौर, लाहौल-स्पीति और चम्बा के कई इलाकों में पारा शून्य से नीचे चला गया है और जनजीवन पर इसका असर पड़ रहा है। ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर में भी कोहरे के कारण ठंड बढ़ गई है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
बर्फबारी का अनुमान
23 और 24 दिसम्बर को मनाली, कल्पा, नारकंडा और सिस्सू जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी होने के आसार हैं, जबकि 27 दिसम्बर को पूरे प्रदेश में मौसम बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है।
ऐसे में पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को मौसम की सख्ती के लिए तैयार रहना होगा।