प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, नयनादेवी, बजे्रश्वरी देवी मंदिर और चामुंडा देवी मंदिर में सोमवार से शुरू हो रहे सावन अष्टमी नवरात्र मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस का पहरा रहेगा। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में पांच से 14 अगस्त तक श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन किया जाएगा।
शक्तिपीठों में मेले के दौरान पुलिस टीमें सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से पैनी निगाह रखेगी। इसके अलावा नवरात्र मेले में माल वाहक वाहनों में सवारियों को लाने पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।
बाहरी राज्यों से माल वाहक वाहनों में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रदेश की सीमा पर ही रोक दिया जाएगा। मेले के दौरान ढोल नगाड़े, चिमटा, लाउडस्पीकर आदि बजाने और प्लास्टिक व थर्मोकोल के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
शक्तिपीठों की सुरक्षा में आईआरबीएन सहित जिला पुलिस और होमगार्ड जवानों समेत करीब 1300 जवान तैनात किए जाएंगे।
इसके अलावा शक्तिपीठों में कमांडो और क्यूआटी की टीम तैनात की गई है। एसपी ऊना राकेश सिंह ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में सावन अष्टमी नवरात्र मेले के लिए 350 पुलिस जवान और होम गार्ड जवान तैनात किए गए हैं। मेला क्षेत्र को 10 सेक्टर में बांटा गया है।
उन्होंने बताया कि मेले में पुलिस की क्यूआटी टीम भी तैनात की गई है। एएसपी ऊना को पुलिस मेला अधिकारी तथा डीएसपी अंब को सहायक पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।
वहीं, एसपी बिलासपुर संदीप धवल ने बताया कि नयनादेवी मंदिर में सावन अष्टमी नवरात्र मेले के लिए में कुल 450 जवान तैनात किए गए हैं। मेला क्षेत्र को 10 सेक्टर में बांटा गया है।
एसपी बिलासपुर संदीप धवल ने बताया कि एएसपी बिलासपुर शिव को पुलिस मेला अधिकारी तथा डीएसपी नैना देवी विक्रांत को सहायक पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।
वहीं कांगड़ा जिला के शक्तिपीठों में ज्वालाजी, बजे्रश्वरी देवी मंदिर और चामुंडा देवी मंदिर में सावन अष्टमी नवरात्र मेले के लिए सुरक्षा के लिए 350 पुलिस जवान और 150 होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि सावन अष्टमी नवरात्र मेले को सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। शक्तिपीठों में सीसीटीवी और ड्रोन से निगाह रखी जाएगी।