मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एनएचएआई अधिकारियों को शिमला-मटौर तथा मंडी-पठानकोट सड़कों को पूर्ण रूप से फोरलेन में विकसित करने के निर्देश दिए, ताकि यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा मिल सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा जिले को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित कर रही है तथा दोनों फोरलेन परियोजनाएं पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित होंगी।
उन्होंने दोनों फोरलेन परियोजनाओं की सुंदरता बढ़ाने तथा अनावश्यक रूप से पहाड़ियों को काटने के लिए सुरंगों के निर्माण पर बल दिया।
यह बात उन्होंने वीरवार को शिमला में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, भूतल परिवहन मंत्रालय तथा हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित की जा रहीं विभिन्न फोरलेन परियोजनाओं तथा अन्य निर्माणाधीन सड़क परियोजनाओं के कार्य की समीक्षा करते हुए कही।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभागों को विकासात्मक कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के निर्देश भी दिए तथा कहा कि शिमला से नौणी सड़क का निर्माण कार्य इस वर्ष मानसून के बाद शुरू किया जाएगा और सितम्बर 2026 तक इस कार्य के पूरा होने की उम्मीद है।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, प्रधान सचिव देवेश कुमार और अमनदीप गर्ग, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता एनपी सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।