देश-विदेश के पर्यटकों की पसंदीदा सैरगाह रोहतांग दर्रा छह माह बाद बहाल हो गया है। सैलानी अब बर्फ से लदे रोहतांग के दीदार कर सकेंगे। हालांकि गुरुवार को पहले दिन कम ही पर्यटक रोहतांग गए। आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में पर्यटकों के रोहतांग की ओर रुख करने की उम्मीद है।
इस साल सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने एक माह पहले ही रोहतांग दर्रे को बहाल किया था। बीआरओ ने करीब 60 किमी मार्ग से 20 फीट(6.096) ऊंची बर्फ की दीवारों को काटकर समुद्रतल से 13050 फीट की ऊंचाई पर स्थित रोहतांग दर्रा को बहाल किया।
अब स्थानीय प्रशासन की ओर से सड़क का निरीक्षण करने के बाद पर्यटकों को भी रोहतांग जाने की अनुमति मिल गई है। भारी बर्फबारी की वजह से अक्तूबर 2021 से रोहतांग बंद था। पिछले साल 29 मई को इसे बहाल किया गया था। रोहतांग बहाल होने से पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को भी राहत मिली है।
मनाली आने वाले सैलानी रोहतांग का दीदार किए बिना नहीं रहते। बर्फ से लकदक रहने वाली रोहतांग की वादियों में अठखेलियां करने के लिए पर्यटक यहां पहुंचते हैं।
रोजाना 1,200 वाहनों को ही जाने की अनुमति
रोहतांग के दीदार परमिट लेने के बाद ही किए जा सकेंगे। एनजीटी के आदेशानुसार रोहतांग के लिए रोजाना लगभग 1,200 वाहनों को ही जाने की अनुमति मिलेगी।