शिमला : अप्रैल माह में भी मौसम के मिजाज बिगड़े हुए हैं जिससे किसानों को भारी नुक्सान हो रहा है. एक तरफ कोरोना महामारी का संकट वहीँ मौसम भी साथ नहीं दे रहा. बेमौसमी बारिश,ओलावृष्टि और बर्फबारी होने से सर्दी भी पीछा नहीं छोड़ रही है.
बारिश और ओलावृष्टि से मैदानी क्षेत्रों में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल नष्ट होने से किसानों को भारी नुक्सान हुआ है. पालमपुर में न्यूनतन तापमान 11, धर्मशाला में 11.2, सुन्दरनगर में 12,7, मंडी में 14.2, डिग्री सेल्सियस दर्ज़ किया गया है.
वहीँ मौसम विभाग शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह के अनुसार अगले 24 घंटों में राज्य के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ वर्षा व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात की सम्भावना है.
तापमान में गिरावट
तापमान में लगातार गिरावट दर्ज़ की जा रही है जिससे किसानों और बागवानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में शनिवार रात को तेज़ हवाओं के साथ बिजली की कड़कड़ाहट के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई जिससे सेब,गेहूं व फलदार पौधों को भारी नुक्सान पहुंचा है.
मैदानी क्षेत्रों में गेहूं नष्ट
बारिश और ओलावृष्टि से मैदानी क्षेत्रों में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल नष्ट होने से किसानों को भारी नुक्सान हुआ है. उधर पकने को तैयार फसल पर मौसम की मार ने किसनों की चिंता बढ़ा दी है.
इतनी हुई बारिश
पिछले 24 घंटों में लाहौल स्पीति के केलांग में 6 मिलीमीटर,अघ्घर में 33 मिलीमीटर बारिश दर्ज़ की गई है. उधर राजगढ़,संगड़ाह व कोठी में 16 मिलीमीटर,खदारला में 13,बैजनाथ व बंजार में 12,रोहड़ू में 11,भरमौर,बड़सर व बरठी में 10 मिलीमीटर बारिश हुई.
केलांग सबसे ठंडा
केलांग सबसे ठंडा रहा जहाँ न्यूनतम तापमान -2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किय गया.मनाली में 2.4,कुफरी में 3,कल्पा में 4.8,शिमला में 7.7,डलहौजी में 8.2,भुंतर में 9.6,चंबा में 10.5,सोलन में 10.6,पालमपुर में 11,धर्मशाला में 11.2,सुन्दरनगर में 12,7,मंडी में 14.2, नाहन में 14.9,हमीरपुर में 15.6,उना में 15.7 और बिलासपुर में 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज़ किया गया.
24 घंटों में वर्षा व हिमपात की सम्भावना
मौसम विभाग शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह के अनुसार अगले 24 घंटों में राज्य के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ वर्षा व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात की सम्भावना है.
मैदानी भागों में 21 अप्रैल तथा मध्य पर्वतीय हिस्सों में 22 अप्रैल से मौसम खुल जाएगा .इसी तरह उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 22 और 24 अप्रैल को मौसम साफ़ रहने का अनुमान है लेकिन 25 अप्रैल को फिर से इन क्षेत्रों में बारिश व बर्फबारी के आसार हैं.