शिमला : कथित ऑडियो मामले में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को रिश्वत की पेशकश करने वाले पृथ्वी सिंह को भी विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे रविवार को विशेष जज के पास पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन का पुलिस रिमांड दिया गया है। इस दौरान विजिलेंस उससे काफी कुछ उगलवाएगी। जांच एजेंसी ने वायरल ऑडियो में संवाद करने वाले दूसरे व्यक्ति पृथ्वी सिंह को लंबी पूछताछ के बाद शनिवार को देर रात गिरफ्तार किया।
विजिलेंस के हाथ लगे सुबूत
एडीजी विजिलेंस अनुराग गर्ग ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। रविवार को पृथ्वी सिंह को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार छानबीन में विजिलेंस को कुछ साक्ष्य हाथ लगे हैं। ऐसे में विजिलेंस ने पृथ्वी सिंह को एक बार फिर पूछताछ के लिए तलब किया था, लेकिन कई घंटों की पूछताछ के दौरान जांच टीम ने जवाब से संतुष्ट न होने पर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पीपीई किट खरीद से जुड़ा है मामला
अभी तक की तफ्तीश में यह उभर कर सामने आ रहा है कि यह मामला पीपीई किट की खरीद से जुड़ा है। विजिलेंस इस मामले की तह तक जाने के लिए साक्ष्य जुटाने का भरसक प्रयास कर रही है।
बचाव पक्ष की तरफ से कोर्ट में दलील दी गई कि पृथ्वी सिंह द्वारा जांच में अब तक पूरा सहयोग किया गया, इसलिए जमानत दी जाए, जबकि विजिलेंस की तरफ से दलील दी गई कि जांच में कई तथ्य सामने आए हैं, जिसके लिए आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जानी जरूरी है।
फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतज़ार
विजिलेंस को इस मामले में फोरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार है। बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष डा.राजीव बिंदल का इस्तीफा भी हुआ है। इसी पृथ्वी सिंह को उनके साथ जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि बिंदल का इस्तीफा नैतिकता के आधार पर था।
विपक्ष के हाथ लगा बड़ा मुद्दा
इसके बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर जुबानी हमले बोलने शुरू कर दिए हैं, जिसे एक बड़ा मुद्दा हाथ लगा है। मुद्दे को भुनाते हुए विपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री के इस्तीफे के साथ ही मामले की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज से करवाने की मांग की जा रही है।
42 सेकेण्ड की है ऑडियो क्लिप
सोशल मीडिया पर पिछले महीने 43 सेकंड की एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई। पांच लाख के कथित लेन-देन से जुड़े मामले का संज्ञान लेते हुए सरकार ने विजिलेंस को जांच सौंपी। इसी कड़ी में विजिलेंस ने पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डा एके गुप्ता को पूछताछ के लिए तलब किया और जांच में सहयोग न करने पर बीते 20 मई को उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इसके साथ ही पृथ्वी सिंह से भी पूछताछ का दौर शुरू हुआ और 29 मई को विजिलेंस ने दोनों के वॉयस सैंपल लेकर फोरेंसिक जांच को भेजे हैं। 30 मई को डा. गुप्ता को अदालत से सशर्त जमानत मिली और छह जून को पृथ्वी सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है