जोगिन्दरनगर : जयराम सरकार द्वारा विधानसभा सत्र के अंतिम दिन मंत्रियों-विधायकों के यात्रा भत्ते में एकमुश्त भारी बढौतरी पर आम लोग सोशल मीडिया में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त रहे हैं.
50 हजार करोड़ से अधिक का है कर्ज़
पचास हजार करोड़ से अधिक कर्ज़ का बोझ होने के बावजूद जिस प्रकार पक्ष-विपक्ष ने विधानसभा में एकता की मिसाल पेश करते हुए चंद मिनटों में अपने भत्ते बढ़ा लिए उससे जनता अपना को ठगा से महसूस कर रही है.तथा सीएम से लेकर मंत्री-विधायकों को जमकर ट्रोल कर रही है.
बीपीएल में शामिल करने की हो रही मांग
कोई सोशल मीडिया पर विधायकों को अति निर्धन की संज्ञा देकर उनके लिए धन एकत्रित करने की बात लिख रहा है तो कई विधायकों को बीपीएल सूची माँ शामिल करने की मांग कर रहे हैं.
एक यूजर ने यह लिखा
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा -हमारे माननीयों के वेतन भत्ते शायद उनकी पांच सितारा जिन्दगी के लिए पर्याप्त नहीं हैं. आम जनता को इनकी चिंता है इसलिए इन गरीबों के लिए अपने अपने इलाकों में चंदा जुटाना जनता का फर्ज़ है.
आर -पार की लड़ाई के लिए रहो तैयार
ठियोग के महेंद्र वर्मा ने फेसबुक पर लिखा है कि जन सेवक बने धनसेवक,सरकार के साथ आर पार की निर्णायक जंग लड़ने के लिए हो जाओ तैयार, ठियोग से होगी शुरुआत.
काश ! विधायक करते विरोध
शिमला के राजेन्द्र कंवर ने लिखा है कि काश आज 68 विधायकों में से विधानसभा में केवल एक ही विधायक वेतन वृद्धि का विरोध करता तो पूरा प्रदेश उसको आदर्श मानती.
मामले को मत दो तूल : सीएम
इस फैसले से हो रही किरकिरी को देखकर सीएम भी मीडिया वालों से बोल उठे कि बंधुओं,इस मामले को इतना तूल मत दो. हमने विधायकों की सैलरी तो नहीं बढ़ाई है,सिर्फ भत्ते में ही बढौतरी ही तो की है.