शिमला : कोरोना संक्रमण के बाद क्वारंटाइन अवधि पूरा करने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू क्रिसमस के दिन 25 दिसम्बर को दोपहर करीब 2.30 बजे शिमला पहुंचेंगे। उनके लौटने के बाद सरकारी व्यवस्था पटरी पर लौटेगी तथा वह वापसी पर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
प्रदेश की 2 प्रमुख सीमैंट प्लांटों में हुई तालाबंदी सहित अन्य सरकारी कार्यों का वह फीडबैक लेंगे। इसके अलावा कोरोना संक्रमण की स्थिति तथा क्रिसमस के बाद नए साल में प्रदेश में आने वाले सैलानियों को उचित व्यवस्था उपलब्ध करवाने को उचित निर्देश भी देंगे।
इसी तरह प्रदेश में बर्फबारी की संभावना को देखते हुए उससे निपटने के उपायों पर भी चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री 28 दिसम्बर को ओपीएस के मुद्दे पर कर्मचारियों के साथ अहम बैठक करेंगे। इसके बाद प्रदेश सरकार नए साल में कर्मचारियों को पुरानी पैंशन का तोहफा भी देगी।
शीतकालीन सत्र की तिथि तय होगी
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के शिमला लौटने के बाद धर्मशाला में आयोजित किए जाने वाले शीतकालीन सत्र की तिथि तय होगी। सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटैम स्पीकर चंद्र कुमार शपथ दिलाएंगे। इसके अगले दिन विधानसभा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चयन होगा।
विधानसभा अध्यक्ष पद का चयन डाॅ. धनीराम शांडिल, जगत सिंह नेगी और कुलदीप सिंह पठानिया में से किसी एक में हो सकता है। इसके अलावा चंद्रशेखर और आशीष बुटेल में से विधानसभा उपाध्यक्ष को चुना जा सकता है। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चयन के बाद राज्यपाल का अभिभाषण होगा। साथ ही सत्र के तीसरे दिन अन्य कामकाज को निपटाया जाएगा।
नए साल में बनेगा मंत्रिमंडल
सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली प्रदेश कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल के नए साल में शपथ लेने की संभावना है। राज्यपाल 25 से 31 दिसम्बर तक प्रदेश से बाहर रहेंगे। लिहाजा ऐसे में उनके लौटने पर ही मंत्रिमंडल का गठन होगा।
मंत्रिमंडल के संभावित चेहरों को लेकर मुख्यमंत्री पहले ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, मल्लिकार्जुन खरगे और राजीव शुक्ला से चर्चा कर चुके हैं।