जोगिन्दरनगर : प्रदेश में लागू नई पेंशन योजना की विसंगतियों पर विभिन्न विभागों के कर्मचारी महासंघ भड़क चुके हैं. पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग को लेकर प्रदेश में बीते तीन सालों से संघर्षरत एनपीएस कर्मचारी महासंघ ने अब देश व्यापी जनांदोलन की भी चेतानवी दे डाली है.
सांसद को सौंपा ज्ञापन
नई पेंशन योजना को रद्द करने और पुराणी पेंशन को बहल करने की मांग को लेकर सभी विभागों के प्रतिनिधियों का प्रतिनिधिमंडल वीरवार को मंडी संसदीय क्षेत्र के संसद रामस्वरूप शर्मा से मिला और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कर्मचारी महासंघ के पदाधाकारियों ने सांसद को बताया कि नई पेंशन योजना की विसंगतियों से प्रदेश के करीब 85 हज़ार कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद परिवार के भविष्य पर खतरा मंडरा चुका है.
वर्तमान पेंशन से नहीं हो रहा परिवार का गुजारा
मौजूदा समय में कर्मचारी के सेवानिवृत होने पर जो पेंशन मिल रही है उससे परिवार का गुज़ारा करना आसान नहीं है. वहीँ दूसरी तरफ कर्मचारियों की जमा पूँजी एनएसडीएल के माध्यम से शेयर बाज़ार में लगे जा रही है .इसके उतार चढ़ाव की मार भी कर्मचारी झेल रहे हैं.
पहले थी 50 प्रतिशत पेंशन की सुविधा
पहले पुरानी पेंशन योजना के तहत सेवानिवृत कर्मचारी को उनके मासिक वेतन से 50 प्रतिशत पेंशन सुविधा मिलती थी लेकिन प्रदेश में नई पेंशन योजना को लागू कर कर्मचारियों के दस प्रतिशत को शेयर बाजार में लगाने से कर्मचारियों की परेशानियाँ बढ़ चुकी हैं. कर्मचारी महासंध ने कहा कि मांगों को लेकर देश व्यापी अभियान जारी है.
28 अक्तूबर को होगा उपवास
आगामी 28 अक्तूबर को पूरे भारतवर्ष में सांसद आवास पर एक दिन का शांतिपूर्ण उपवास कार्यक्रम रखा जाएगा. इसमें एनपीएस कर्मचारी महासंघ के सदस्य उपवास पर बैठेंगे. बावजूद उसके भी अगर केंद्र सरकार का रवैया कर्मचारियों के हित में नहीं रहा तो 28 नवम्बर को देश के करीब 90 लाख एनपीएस कर्मचारी संसद का घेराव कर अपनी मांगों को मनवाने में कर्मचारी महासंघ गुरेज नहीं करेगा.
रामस्वरूप शर्मा ने दिया भरोसा
सांसद रामस्वरूप शर्मा ने एनपीएस कर्मचारी महासंघ की समस्या को ध्यानपूर्वक सुनकर लोकसभा सत्र में प्राथमिकता से उठाने का आश्वासन दिया है.