सुक्खू सरकार ने घरेलू बिजली उपभोक्ताओं से सस्ती बिजली का जो वादा किया था, उसे लगभग पूरा कर दिया है, लेकिन 300 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने वालों के लिए बिजली महंगी भी हो सकती है।
नियामक आयोग ने पहले ही टैरिफ में बिजली दरों में कटौती कर दी थी, जिस पर अब सरकार ने घरेलू उपभोक्ताओं को नए बिलों पर सबसिडी दे दी है, परंतु 300 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं को ही सबसिडी मिलेगी, जबकि इससे ऊपर खर्च करने वाले उपभोक्ताओं और दूसरी श्रेणियों के उपभोक्ताओं को सबसिडी नहीं दी जाएगी।
बोर्ड ने नए टैरिफ के हिसाब से बिजली के बिल जारी करने का क्रम शुरू कर दिया है। सोमवार से सभी डिवीजन में बोर्ड के नए टैरिफ के ऑर्डर पहुंच गए हैं और इसके मुताबिक ही इस सप्ताह तक बिल जारी किए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार सरकार ने एक रुपए 73 पैसे प्रति यूनिट से लेकर पांच रुपए 45 पैसे प्रति यूनिट तक बिजली सबसिडी रखी है।
बिजली बोर्ड ने इस टैरिफ के मुताबिक सभी डीवीजनों को तुरंत उपभोक्ताओं के बिजली बिल जारी करने के आदेश दिए हैं। बिल तैयार करने का काम शुरू हो गया है। सप्ताह के अंत तक बिजली के बिल नए टैरिफ के हिसाब से मिल जाएंगे।
बिजली बोर्ड ने बिल तैयार करने को बनाए तीन स्लैब
बिजली बोर्ड ने कुल तीन स्लैब इसमें बनाए हैं। लाइफलाइन उपभोक्ता जिसमें बीपीएल श्रेणी भी शामिल है, को 0 से 60 यूनिट तक चार रुपए 72 पैसे टैरिफ लगेगा। इतनी ही सबसिडी सरकार ने इसमें दे दी है, जिससे बिल शून्य आएगा।
पहले स्लैब में ही 0 से 125 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर पांच रुपए 45 पैसे प्रति यूनिट टैरिफ लगेगा और सरकार ने इतनी ही सबसिडी इसमें रखी है, जिससे उपभोक्ता का बिल शून्य आएगा।
दूसरे स्लैब में 0 से 125 यूनिट तक बिजली खर्च होने पर पांच रुपए 45 पैसे प्रति यूनिट टैरिफ लगेगा, जिस पर सरकार तीन रुपए 38 पैसे सबसिडी देगी। यानी उपभोक्ताओं को इस पर दो रुपए 07 पैसे प्रति यूनिट बिजली का बिल देय होगा।
इसी स्लैब में 126 यूनिट से 300 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर पांच रुपए 90 पैसे प्रति यूनिट का टैरिफ लगेगा, जिस पर सरकार एक रुपए 73 पैसे सबसिडी देगी। इसके बाद बिल चार रुपए 17 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से आएगा।
तीसरे स्लैब में 0 से 125 यूनिट बिजली खर्च होने पर पांच रुपए 45 पैसे प्रति यूनिट टैरिफ लगेगा, जिस पर सरकार तीन रुपए 38 पैसे प्रति यूनिट सबसिडी देगी और बिल दो रुपए 07 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से आएगा।
इसी स्लैब में 126 यूनिट से 300 यूनिट तक टैरिफ पांच रुपए 90 पैसे लगेगा, जिस पर सरकार एक रुपए 73 पैसे प्रति यूनिट की सबसिडी देगी, जिसके बाद बिल चार रुपए 17 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से आएगा।
इसमें 300 यूनिट से ऊपर बिजली खर्च करने पर टैरिफ पांच रुपए 90 वैसे लगेगा, जिस पर सरकार कोई सबसिडी नहीं देगी। यानी 300 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं को ही सबसिडी का लाभ दिया जाएगा।
घरेलू उपभोक्ताओं पर इस तरह होगा असर
पहले 300 यूनिट से ऊपर भी घरेलू उपभोक्ताओं को सबसिडी दी जाती थी। अब उस सबसिडी को खत्म कर दिया गया है। केवल 300 यूनिट तक ही सबसिडी मिलेगी।
वहीं, 300 यूनिट से ऊपर टैरिफ भी ज्यादा है। पहले पांच रुपए 22 पैसे प्रति यूनिट का टैरिफ लगता था, वो अब पांच रुपए 90 पैसे प्रति यूनिट लगेगा। इससे उन उपभोक्ताओं को नुकसान होगा, जो 300 यूनिट से ऊपर बिजली का इस्तेमाल करते हैं।
इसी तरह से पहले सभी अन्य श्रेणियों में सरकार ने एक रुपए सबसिडी रखी हुई थी, जिसे सरकार ने बंद कर दिया है। नियामक आयोग ने बिजली टैरिफ में उनके लिए कुछ कटौती कर दी है, जिसके चलते सरकार ने सबसिडी बंद कर दी है।
इसमें उद्योगपति भी शामिल हैं, जिनके लिए नियामक आयोग ने टैरिफ कम किया था और अब सरकारी सबसिडी का लाभ उन्हें नहीं मिलेगा।