हिमाचल प्रदेश में राशन के डिपुओं में अब सरसों का तेल 110 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से उपलब्ध रहेगा। राज्य सरकार सरसों के तेल को अब 37 रुपए प्रति लीटर सस्ता करने जा रही है। यह सुविधा जून महीने से शुरू होने जा रही है।
इससे पूर्व राज्य भर के डिपुओं और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खोली गई उचित मूल्य की दुकानों में गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों को 142 रुपए प्रति लीटर और गरीबी रेखा से ऊपर रहने वालों के लिए 147 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से सरसों का तेल मिल रहा था।
अब राज्य सरकार यह तय कर रही है कि सरसों का तेल किफायती दरों पर उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने यह बात कही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लाभार्थियों को उपदान दरों पर गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करते हुए उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से दिए जाने वाला सरसों का तेल 110 रुपए प्रति लीटर उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लाभार्थियों को सरसों का तेल अब पहले की तुलना में लगभग 37 रुपए प्रति लीटर सस्ता उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि जून 2023 से पहले गरीबी रेखा से नीचे लाभार्थियों को सरसों का तेल 142 रुपये प्रति लीटर तथा गरीबी रेखा से ऊपर के लाभार्थियों को 147 रूपये प्रति लीटर की दर से प्राप्त हो रहा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गों को राहत प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। इस दिशा में निरन्तर सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ जन हितैषी निर्णय लिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि उपभोक्ताओं को किफायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण खाद्यान्न प्रदान किये जाएं।
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत 19 लाख 74 हजार 790 राशन कार्ड धारक हैं, जिन्हें 5197 उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से उपदान दरों पर विभिन्न खाद्यान्न प्रदान किए जा रहे हैं।