जोगिन्दरनगर :भारतीय सेना में सेवारत जोगिन्दरनगर उपमंडल से सम्बन्धित एक जवान के कोरोना संक्रमित होने के पश्चात बनाए गए कंटेनमेंट जोन में अब तीन हजार से अधिक लोगों के आने -जाने पर पाबंदी लग गई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक की गई जांच में भी इस बात का पता चला है कि कोरोना पॉजिटिव सैनिक अन्य चार जवानों व स्थानीय लोगों के संपर्क में भी आया है। हालांकि सैनिक का अपने परिवार के सदस्यों के साथ कोई प्राथमिक संपर्क नहीं पाया गया है।
अबोहर से आए थे सभी सैनिक
बताया जा रहा है पॉजिटिव पाया गया सैनिक अबोहर कैंट से पांच अन्य सैनिकों के साथ मंडी पहुंचा था, जिसमें एक सैनिक पंडोह, एक लाहुल स्पीति, एक जोगिन्दरनगर के ब्यूंह का और एक सैनिक कोटली क्षेत्र का है, जिस टैक्सी में यह लोग कैंट से मंडी आए थे, वह टैक्सी चालक मंडी से जाते समय मंडी जिला के कुछ अन्य सैनिकों को अबोहर कैंट भी वापस ले गया है, वहीं मंडी से घर जाने के लिए जोगिन्दरनगर के ही एक अन्य सैनिक अपने परिवार से कार मंगवाई थी, जिसमें चालक सहित चार लोग मंडी से जोगिन्दरनगर गए थे।
पूरी की थी क्वारनटाईन अवधि
इन सभी की पहचान भी स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है। इन सभी को फिर से क्वारंटाइन कर दिया गया है। वहीं पॉजिटिव पाया गया सैनिक 21 से 28 मई तक घटासनी में बनाए गए संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र में संस्थागत क्वारंटाइन पर रहा। इससे पूर्व उसने अपने डोगरा रेजिमेंट में भी क्वारंटाइन अवधि पूरी की।
शानन में रहा होम क्वारनटाईन
उसके पश्चात वह शानन स्थित अपने क्वार्टर में होम क्वारंटाइन हुआ व तीन जून तक वहां रहा। इस दौरान उसकी पत्नी किसी अन्य क्वार्टर में रहने लगी। अचानक उसकी तबीयत खराब हुई तो वह एंबुलेंस के माध्यम से नेरचौक मेडिकल कालेज कि लिए गया, जहां उसे भर्ती कर लिया गया व उसका सैंपल कोविड टेस्ट के लिए भेजा।
शानन का क्षेत्र कन्टेनमेंट व बफर जोन घोषित
उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जोगिन्दरनगर शहर के समीपी क्षेत्र को कंटेनमेंट व बफर जोन घोषित होने से क्षेत्र के लगभग तीन हजार लोग प्रभावित होंगे।