हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित प्रसिद्ध माता चिंतपूर्णी मंदिर में 25 जुलाई से 3 अगस्त तक आयोजित होने वाले श्रावण अष्टमी मेले की तैयारियां जोरों पर हैं।

इस मेले में लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से दर्शनों के लिए आते हैं। इस बार मेले के दौरान व्यवस्था और स्वच्छता बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। अब लंगर दिनभर जारी नहीं रहेंगे।
मंगलवार को माईदास सदन में विधायक सुदर्शन बबलू ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि यह मेला लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने सभी विभागों से आपसी समन्वय से काम करने का आग्रह किया ताकि श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित अनुभव मिल सके।
विधायक ने बताया कि भरवाईं से माता चिंतपूर्णी मंदिर तक लंगर लगाने के लिए समय निर्धारित किया गया है। अब लंगर केवल तीन निर्धारित अवधियों में ही लगाए जा सकेंगे:
सुबह: 6 बजे से 9 बजे तक
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