माँ चतुर्भुजा का यह मंदिर जोगिन्दरनगर उपमण्डल में बसाही गाँव के पास सुन्दर पहाड़ी में स्थित है. चीड़ और बान के घने जंगलों से होकर माँ के दरबार के लिए पक्का रास्ता है. मेला कमेटी के सहयोग से रास्ते में श्रद्धालुओं के लिए विश्राम स्थल का निर्माण भी किया गया है. यहाँ का प्राकृतिक सौन्दर्य मन को प्रफुल्लित कर देता है.
पांडवों के काल का है मंदिर
माँ चतुर्भुजा का यह मंदिर बहुत पुराना है. कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने करवाया था.यह मंदिर समुन्द्र तल से करीब 4,830 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यह मंदिर माँ चतुर्भुजा के नाम से प्रसिद्ध है जोकि माँ दुर्गा का ही रूप है. मंदिर के साथ ही 100 फीट ऊंचा टीवी टावर भी स्थित है.
नवरात्रों पर लगते हैं मेले
माँ चतुर्भुजा के दरबार में नवरात्रों पर मेले लगते हैं जहाँ दूर दूर से श्रद्धालु माँ की पूजा अर्चना करने आते हैं तथा भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर माँ का आशीर्वाद प्राप्त कर धन्य हो जाते हैं.
श्रद्धालुओं की हर समय रहती है भीड़
यहाँ नवरात्रों में यहाँ खूब चहल पहल होती है तथा श्रद्धालु माँ की बड़ी ही श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना करते हैं. माँ सबके दुखों का हरण करने वाली है तथा जो भी श्रद्धालु यहाँ शीश नवाता है वह माँ का आशीर्वाद प्राप्त कर धन्य हो जाता है.