कोविड के कारण दो साल से बंद पड़े भगवान शिव की शीतकालीन तपोस्थली किन्नर कैलाश की पवित्र यात्रा को इस बार शिव भक्तों के खोलने की तैयारियां किन्नौर प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई हैं। किन्नौर प्रशासन की ओर से आगामी पहली से 15 अगस्त तक किन्नर कैलाश यात्रा को बहाल किया जाएगा।
इस बात की जानकारी एसडीएम कल्पा डा. मेजर शशांक गुप्ता ने दी है। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए इस बार प्रशासन की ओर से पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे, जिसमें श्रदालुओं से सहयोग की अपील की गई है।
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान अकसर यात्रियों का रजिस्ट्रेशन न होने से कई बार प्रशासन को दिक्कत पेश आती है। इस बार प्रशासन की ओर से निर्धारित यात्रा के दौरान तांगलिंग में ही यात्रियों का रजिस्ट्रेशन के साथ मेडिकल चेकअप करवाया जाएगा।
यात्रा की शुरुआत भी एकमात्र तांगलिंग से ही होगी, जबकि यात्रियों को पूर्वनी या रिब्बा से यात्रा करने पर पाबंद रहेगी। गणेश पार्क सहित गुफा में ऑक्सीजन सिलेंडर भी मुहैया कर दिए जाएंगे, ताकि जरूरत पडऩे पर यात्रियों को ऑक्सीजन प्राप्त हो सके।
इसके अतिरिक्त यात्रा के दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से पाबंद रहेगा, जिसकी चैकिंग यात्रा शुरू होने वाले स्थल तंगलिंग में ही की जाएगी। प्रशासन की ओर से प्रतिदिन 75 यात्रियों को जाने की अनुमति होगी, जिसका रजिस्ट्रेशन तांगलिंग में होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि अत्यधिक यात्रियो के किन्नर कैलाश यात्रा में निकलने से गुफा में यात्रियों को रहने की समस्या होती है, जिस कारण प्रशासन ने प्रतिदिन 75 यात्रियों को ही यात्रा की स्वीकृति देने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त प्रशासन की ओर से पब्लिक टॉयलेट स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा है, जिसके लिए जलशक्ति विभाग को पानी की व्यवस्था करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान जिला पर्यटन संघ के 10 एवं होमगार्ड के पांच जवान तंगलिंग में तैनात रहेंगे, जबकि गणेश पार्क में पुलिस जवान अपनी सेवाएं देंगे, जो प्रशासन के दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यात्रियो एव श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो स्थानीय देव समाज एवं प्रशासन के दिशा निर्देशो का पालन करें, ताकि यात्रा में किसी प्रकार की दिकत न हो।