शिमला : इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला (आईएफएफएस) के नौवें संस्करण का आयोजन 22 से 24 सितंबर को गेयटी थिएटर शिमला में किया जाएगा। फेस्टिवल के दौरान प्रसिद्ध राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता नंदन सक्सेना और कविता बहल फिल्म निर्माण पर एक विशेष तकनीकी कार्यशाला का आयोजन करेंगे।
इस वर्कशॉप में फिल्म मेकिंग में रूचि रखने वाले युवाओं एवं छात्रों को सर्वश्रेष्ठ फिल्मकारों से फिल्म मेकिंग की बारीकियां सीखने का एक महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा ।
फिल्म महोत्सव में आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को फिल्म निर्माण की कला और शिल्प के बारे में गहराई से जानकारी दी जायगी ।
वृत्तचित्रों और सामाजिक रूप से प्रासंगिक फिल्मों में अपने अभूतपूर्व काम के लिए प्रसिद्ध नंदन सक्सेना और कविता बहल दशकों के अपने शानदार करियर से प्राप्त अंतर्दृष्टि, तकनीकों और अनुभवों को भी साझा करेंगे।
फिल्म निर्माण में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के साथ, कार्यशाला में छायांकन, ध्वनि डिजाइन, संपादन, प्रकाश व्यवस्था और फिल्म मेकिंग से सम्बंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल होगी।
इस असाधारण कार्यशाला में भाग लेने के इच्छुक 14 वर्ष से 25 वर्ष की आयु के प्रतिनिधि आधिकारिक महोत्सव वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ शिमला के निदेशक पुष्पराज ठाकुर ने कहा, ‘‘फिल्म निर्माण पर कार्यशाला के लिए शिमला के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 9वें संस्करण के भाग के रूप में नंदन सक्सेना और कविता बहल को शामिल करके हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
कविता बहल और नंदन सक्सेना ने भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, गोवा (आईएफएफआई), मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, फिल्म प्रभाग, कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, आईडीएसएफएफके-त्रिवेंद्रम, एएलआईएफएफ-कोच्चि, वतावरन-दिल्ली, भारत, ऑस्ट्रेलिया और लंदन के शैक्षणिक संस्थानों में कार्यशालाओं का आयोजन किया है।
उनकी विशेषज्ञता और अनुभव निस्संदेह प्रतिभागियों को प्रेरित और शिक्षित करेगी। फिल्म निर्माताओं और फिल्म प्रेमियों के लिए यह अनूठा अवसर है।’’
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ऑफ़ शिमला 20 देशों की 70 फिल्मों की स्क्रीनिंग जायेगी। यह फिल्म महोत्सव उत्तरी भारत में आयोजित होने वाला एकमात्र अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल है जो दुनिया भर के फिल्मकार के साथ पूरे भारत के क्षेत्रीय फिल्मकारों को एक मंच प्रदान करता है।