बीड़-बिलिंग: रोजमर्रा की जिंदगी से अप अगर बोर हो चुके हों तो फिर आइए बीड़ बिलिंग साहस और रोमांच की उड़ान भरने। पैराग्लाइडिंग के लिए दुनिया भर में मशहूर बीड़ बिलिंग धर्मशाला से करीब 70 तथा मंडी से 79 किलोमीटर दूर स्थित है।
एशिया में है नम्बर वन
यह दुनिया की दूसरी सबसे ऊंचाई वाली पैराग्लाइडिंग साइट है और एशिया में पहले नंबर पर। इस खेल से क्षेत्र के लोगों को रोजगार तो मिला ही, साथ ही उनकी आर्थिकी में जबरदस्त सुधार हुआ है। पर्यटकों की आमद बढ़ने से यहां कई दुकानें तो खुली हीं, साथ ही टैंडम फ्लाइट स्थानीय लोगों के रोजगार का बेहतर जरिया बनकर उभरा है। पूरे देश से यहां पर सालभर पर्यटक आते हैं और टैंडम फ्लाइट का मजा लेते हैं।
1986 में हुई थी पहली बार पैराग्लाइडिंग
बताया जाता है कि यहां पर पैराग्लाइडिंग की शुरूआत ब्रूस नामक एक अंग्रेज ने 1986 में अपने दोस्तों के साथ की थी। 1990 में यहां विदेशी मेहमानों द्वारा प्रतियोगिता भी करवाई जा चुकी है। हालांकि यहां पर हैंगिंग ग्लाइडिंग पहले से ही होती थी, जिस पर 1986 में रोक लगा दी थी। 1984 में इसका वर्ड कप भी हो चुका है।
प्री वर्ल्ड कप से बिलिंग हुई मशहूर
यह स्थान पूरी दुनिया के नक्शे में 2014 में आया जब यहां पैराग्लाइडिंग प्री-वर्ल्ड कप का आयोजन किया गया। उसके बाद 2015 को यहां पर वर्ल्ड कप का आयोजन किया गया। तब से यहां पर देशी और विदेशी पर्यटकों की आमद बढ़ गइ है।
लैंडिंग साईट में लोगों को मिला है रोज़गार
अब लैंडिंग साइट क्योर में कई दुकानें, रैस्टोरैंट और होटल भी खुल चुके हैं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ-साथ क्षेत्र की आर्थिकी में भी सुधार आया है।