हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बीस भादों के दिन हिमाचल में भी कई स्थानों पर स्थित अमृत जलधाराओं में पवित्र स्नान का आयोजन इस बार 4 सितम्बर को होने जा रहा है जिसे जिला मंडी की स्थानीय भाषा में “भादों रा न्हौंण” कहा जाता है. इस दिन महिलाएं, पुरुष और बच्चे बड़ी ही धूमधाम के साथ इस पवित्र स्नान का आनन्द लेते हैं. लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते जनहित में ये शाही स्नान नहीं हो सकेंगे.
इस दिन डायनासर झील, पराशर झील, बनाड़, नागचला तथा हिमरी गंगा आदि कई पवित्र जगहों पर पवित्र स्नान के अलावा मेलों का भी आयोजन किया जाता है. जोगिन्दरनगर से लगभग 41 किलोमीटर दूर हिमरी गंगा नामक पवित्र जगह है जहाँ बीस भादों को स्नान के साथ साथ मेलों का भी आयोजन होता है. लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते हिमरी गंगा में बीस भादों का स्नान नहीं होगा.
जानकारी के अनुसार आगामी 4 सितम्बर को होने वाले बीस भादों के स्नान के लिए पद्धर प्रशासन ने रोक लगाई है उसके बाद सीयून पंचायत ने भी हिमरी गंगा स्नान पर पाबंदी लगा दी है. कोरोना महामारी के चलते पंचायत प्रधान पदम सिंह और उपप्रधान मोहन सिंह ने बताया कि इस बार हिमरी गंगा स्नान नहीं होगा . यह सूचना जनहित में ज़ारी की गई है.
जिला मंडी और आसपास के क्षेत्र के लोगों से अपील की गई है कि इस बार इस स्नान के लिए न आएं क्योंकि कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होगा इसी लिए मेला भी स्थगित कर दिया है. आज्ञा का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्यवाही अम्ल में लाई जाएगी.
उधर मेले के एक दिन पहले पुलिस द्वारा नाका भी लगाया जाएगा. पंचायत के प्रधान व उपप्रधान ने लोगों से सहयोग की अपील की है.
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