कमजोर-बेसहारा वर्ग की सेवा को ध्येय मानने वाली सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने प्रदेश में न्यूनतम दिहाड़ी बढ़ा दी है। प्रदेश में अब कम से कम 400 रुपए से लेकर 583 रुपए तक दिहाड़ी मिलेगी।
इससे पहले दिहाड़ीदारों को 375 रुपए प्रतिदिन दिहाड़ी मिलती थी, जिसमें अब 25 रुपए की बढ़ोतरी करके न्यूनतम दिहाड़ी 400 रुपए कर दी गई है। प्रदेश सरकार ने बढ़ी हुई न्यूनतम दिहाड़ी की अधिसूचना जारी कर दी है।
प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार 400 रुपए से लेकर 583 रुपए तक न्यूनतम दिहाड़ी कर दी गई। इसमें अलग-अलग श्रेणियों के अनुसार दिहाड़ी की राशि तह की गई है।
श्रम एवं रोजगार विभाग की प्रधान सचिव प्रियंका बासू इंगटी ने इसके आदेश जारी किए हैं। कुशल और अकुशल कामगारों के लिए यह सुक्खू सरकार की ओर से एक राहत के रूप में है।
प्रदेश सरकार द्वारा बढ़ाई गई न्यूनतम दिहाड़ी में अकुशल वर्कर्स को 400 रुपए दिहाड़ी और 12 हजार रुपए मासिक मेहनताना दिया जाएगा। इसके अलावा अद्र्धकुशल कामगारों को 425 रुपए दिहाड़ी और 12750 रुपए मासिक, कुशल कामगारों को 464 रुपए दिहाड़ी और 13920 रुपए मासिक, जबकि उच्च कुशल वर्कर्स को 553 रुपए दिहाड़ी और 16590 रुपए मासिक दिए जाएंगे।
अधिसूचना के अनुसार कलैरीक्ल और नॉन टेक्निकल सुपरवाइजरी स्टाफ को 464 रुपए दिहाड़ी और 13920 रुपए मासिक मिलेंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में हैड असिस्टेंट, हैड क्लर्क, हैड कैशियर को 562 रुपए प्रति दिन के हिसाब से और 16860 रुपए प्रति माह के हिसाब से दिए जाएंगे।
इसके अलावा फोरेस्ट्री इंडस्ट्री में क्लैरीक्ल स्टाफ में मैनजर के पद पर 583 रुपए दिहाड़ी और 17490 रुपए मासिक दिए जाएंगे।
खाते में आ गई सैलरी, अब पेंशन का इंतजार
शिमला। राज्य के सरकारी कर्मचारियों की सैलरी पहली तारीख यानी मंगलवार को खातों में आ गई है। राज्य सरकार ने वेतन पर करीब 1200 करोड़ का भुगतान किया है।
हालांकि पेंशनरों को अभी 10 तारीख तक इंतजार करना होगा। पेंशन पर हर महीने 800 करोड़ का खर्चा है। दरअसल, राज्य सरकार ने पिछले महीने वेतन पांच तारीख को और पेंशन नौ तारीख को देने का निर्णय लिया था। हालांकि अब वेतन पहली तारीख को ही खाते में डाल दिया गया है।