मंडी : देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में नशा किस कदर अपने पांव पसार रहा है यह किसी से छुपा नहीं है। नशे का काला कारोबार करने वालों पर जब तक खाकी का खौफ नहीं होगा तब तक इनपर लगाम लगा पाना भी संभव नहीं।मंडी जिला की अगर बात करें तो यहां पुलिस नशे के सौदागरों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में काफी हद तक कामयाब होती हुई नजर आ रही है।
पुलिस हुई सख्त
यही कारण है कि पुलिस ने अब नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। वर्ष 2017 में नारकोटिक्स के 127 मामले दर्ज हुए थे जिसमें 48 किलो चरस, 803 ग्राम अफीम और 97 ग्राम चिट्टा पकड़ा गया था। इस साल अभी तक पुलिस 99 मामलों को दर्ज करके 42 किलो चरस, 509 ग्राम अफीम और 200 ग्राम चिट्टा पकड़ा जा चुका है।
एसपी ने ज़ारी किये सख्त निर्देश
एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 50 प्रतिशत अधिक तस्करों को गिरफ्तार किया गया है और इस वर्ष के अंत तक यह आंकड़ा और ज्यादा होने की संभावना है। मंडी जिला पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना और चौकी प्रभारियों को नारकोटिक्स को लेकर सख्त निर्देश जारी कर रखे हैं।
पुलिस कर रही नाकेबंदी
यही कारण है कि पुलिस टीमें जगह-जगह नाकेबंदी करके नशे का काला कारोबार करने वालों को उनके सही अंजाम तक पहुुंचाने में कामयाब हो रही है। वहीं पुलिस को इस काम में लोग भी खुलकर सहयोग कर रहे हैं। अपने आसपास नशे के सौदागरों की पुलिस को जानकारी देकर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने में लोग विशेष रूचि दिखा रहे हैं।
लोगों के सहयोग से मिल रही पुलिस को सफलता
एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि जनसहभागिता से पुलिस को सफलता मिल रही है। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति नशे का काला कारोबार कर रहा है पुलिस उस पर पूरी नजर बनाए हुए है। मंडी जिला में पुलिस ने कई तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है लेकिन बहुत से ऐसे भी हैं जिनका अभी हवालत में इंतजार हो रहा है। पुलिस ऐसे सभी लोगों पर अपने नजरें बनाए हुए है और सही समय देखकर उन्हें उनके सही अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है।