उदयपुर में बादल फटने से हुआ भारी नुक्सान

उदयपुर : लाहौल-स्पीति के उदयपुर में ऊंची पहाडिय़ों पर बादल फटने से तबाही मच गई है। बादल फटने के बाद 3 नालों में आई अचानक बाढ़ से थिरोट प्रोजैक्ट में विद्युत उत्पादन भी ठप्प हो गया है। इससे समूची लाहौल घाटी अंधेरे में डूब गई है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बादल फटने से नालों में भारी मलबा भी आ गया है, जिससे आई.पी.एच. विभाग की सिंचाई एवं पेयजल योजनाओं को भारी क्षति पहुंची है। क्षेत्र के कई इलाकों में पेयजल सप्लाई भी ठप्प हो गई है। लोग पीने के पानी के लिए दर-दर भटकने को विवश हैं।

सोमवार की रात को फटा बादल

सोमवार रात मची इस तबाही से लोग सहमे हुए हैं। लोगों का कहना है कि तेज बारिश के कारण अचानक जोर की आवाजें सुनाई दी, साथ लगते नालों से मलबे का प्रवाह रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था, ऐसे में वे भांप गए कि पहाड़ी पर बादल फटा है। इलाकावासी हरि ठाकुर, प्रेम लाल, जय सिंह व अनिल आदि ने बताया कि बादल फटने के बाद विद्युत आपूर्ति भी ठप्प हो गई है और घाटी अंधेरे में डूबी हुई है। उन्होंने कहा कि पेयजल योजनाएं भी ठप्प पड़ी हुई हैं जिसके  चलते लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।

थिरोट प्रोजेक्ट में बंद हुआ उत्पादन

थिरोट परियोजना के रैजीडैंट इंजीनियर मनदीप सिंह ने बताया कि बादल फटने से थिरोट नाले में आई बाढ़ के कारण थिरोटप्रोजैक्ट के इंटेक माऊथ में मलबा जमा हो गया है। पानी में सील्ट की भारी मात्रा के कारण प्रोजैक्ट में विद्युत उत्पादन को बंद किया गया है। मलबा हटाने और नाले में पानी की मात्रा सामान्य होने के बाद विद्युत उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा और विद्युत आपूर्ति भी बहाल कर दी जाएगी।

 

जायजा लेने के लिए रवाना हुईं टीमें

लाहौल स्पीति के कार्यकारी डी.सी. अमर सिंह नेगी ने कहा कि उदयपुर की पहाडिय़ों पर तेज बारिश के कारण बादल फटने की सूचना है। स्थिति का जायजा लेने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कितना नुक्सान हुआ है इसका भी आकलन किया जाएगा। टीमों को क्षेत्र में भेज दिया गया है।
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