अपनी टांगें कुर्बान करने वाले पूर्व सैनिक संजू की पुकार सुनो सरकार

जोगिन्दरनगर : जब पूरा देश सो रहा होता है तो एक सैनिक रात भर जाग कर देश की रक्षा के लिए सरहद पर पहरा देता है ताकि हमारे देश के नागरिक चैन की नींद सो सके. लेकिन तब क्या हो जब एक सैनिक अपना सब कुछ न्योछावर करने के बाद भी अपने गाँव के लिए मात्र 600 मीटर सड़क के लिए सरकार से बार बार आग्रह करे लेकिन उसकी बात को हमेशा ही नजर अंदाज किया जाये तो एक सैनिक के दिल पर क्या गुजरती है इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.

अपनी दोनों टांगे गवां चुके हैं संजू राम

देश की आन बान और शान को बरकरार रखने के लिए अपनी दोनों टांगें गंवा चुके त्रैंबली पंचायत के कडकूही गांव के सेवानिवृत सैनिक हवलदार संजू राम ने अब प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सड़क के निर्माण को लेकर गुहार लगाई है। लंबे अरसे से सड़क की मांग कर रहे हवलदार संजू राम का पूर्व सरकारों से भी रोष व्याप्त है।

पिछले आठ साल से नहीं बनी सड़क

यह हैरानी वाली बात है कि करीब आठ साल से अधिक के समय से महज 600 मीटर सड़क के निर्माण के लिए बार बार आग्रह करने के बाद भी यह सड़क अब तक नहीं बनी है. उधर विभागीय अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली पर संजू राम के परिवार के सदस्यों के साथ-साथ ग्रामीणों में भी गुस्सा है।

2012 में गवाई अपनी टांगें

छह सितंबर 2012 को जब श्रीनगर में सेना की गश्त के दौरान एक बारूदी सुरंग में विस्फोट हो जाने से जोगेंद्रनगर के कड़कूही गांव के बहादुर सैनिक को अपनी दोनों टांगें गंवानी पड़ी थी। चलने फिरने में असमर्थ हो चुके सेवानिवृत सैनिक को भारतीय सेना के द्वारा एक चार पहिया स्कूटर उपलब्ध करवाया गया है। विडंबना यह है कि हादसे के शिकार सैनिक के पैतृक गांव में लंबे अरसे से सड़क सुविधा की दरकार है।

क्या कहते हैं विधायक

उधर संजू राम का कहना है कि वह विधायक प्रकाश राणा से इस बार पहले भी मिल चुका है. विधायक प्रकाश राणा का कहना है कि पूर्व सैनिक के घर की ओर जाने वाली सड़क के निर्माण का कार्य क्यों अधर में अटका हुआ है। इस बारे में सबंधित विभाग के अधिकारियों से जवाब तलब किया जाएगा। सड़क का निर्माण जल्द पूरा हो इसके लिए वह यथासंभव प्रयास करेगें।

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