मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों में से सात जिलों कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर और मंडी के अलग-अलग हिस्सों में अगले 24 घंटों में मध्यम बाढ़ का खतरा होने की चेतावनी ज़ारी की है।
मौसम विभाग ने सात और 10 अगस्त को राज्य में अलग-अलग स्थानों पर अत्याधिक बारिश, आंधी आने का ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है तथा 12 अगस्त तक शेष दिनों में भारी बारिश का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने मंगलवार शाम को बताया कि लगातार हुई भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण पहाड़ी राज्य के विभिन्न हिस्सों में 53 सड़कें बंद हो गईं।
अधिकारियों ने बताया कि 31 जुलाई की रात को कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर उपमंडल में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद अब तक 14 शव बरामद किए गए हैं और 40 लोग अब भी लापता हैं। केंद्र ने बताया कि राज्य में कुल 116 ट्रांसफार्मर और 65 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
सोमवार शाम से भरवाईं में सबसे अधिक 66 मिमी बारिश हुई, इसके बाद घाघस में 56.6 मिमी, जोगिन्दरनगर में 53 मिमी, सलापर में 52.6 मिमी, गोहर में 46 मिमी, ऊना में 40.2 मिमी और बिलासपुर में 35.5 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ की आशंका के बारे में भी चेतावनी दी है तथा तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण बागानों, खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की भी आशंका जताई है।
अधिकारियों के अनुसार 27 जून से पांच अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं में 87 लोग मारे गए और राज्य को 684 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।