जोगिन्दरनगर : नगर परिषद जोगिन्दरनगर की अध्यक्ष प्रेरणा ज्योति व उपाध्यक्ष प्यार सिंह के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव मंगलवार को 5-2 वोटों के अंतर से पारित हो गया। अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ कुल 5-5 वोट निर्वाचित पार्षदों ने अपने मत का प्रयोग किया।
इस बात की पुष्टि करते हुए एसडीएम जोगिंद्रनगर कृष्ण कुमार शर्मा ने कहा कि नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नगर परिषद की बैठक निर्धारित की गई थी।
बैठक में निर्वाचित कुल सात पार्षदों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इसके बाद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव को लेकर गुप्त मतदान करवाया।
जिसमें पांच निर्वाचित पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि दो पार्षदों ने इसके विरोध में अपने मत का प्रयोग किया। ऐसे में नगर परिषद जोगिंद्रनगर में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का पद रिक्त हो गया है।
उन्होंने बताया कि इस बारे हुई तमाम प्रक्रिया की जानकारी उपायुक्त मंडी को प्रेषित की जा रही है। इसके बाद उपायुक्त से मिलने वाले निर्देशों के तहत आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
नगर परिषद की इस बैठक में वार्ड नंबर एक से पार्षद ममता कपूर, दो से पार्षद राजीव कुमार, तीन से प्रेरणा ज्योति, चार से शिखा, पांच से प्यार सिंह, छह से अजय धरवाल और सात से शीला देवी ने भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि नगर परिषद के पांच पार्षदों ने गत 24 फरवरी, 2023 को स्थानीय एसडीएम को मौजूदा अध्यक्षा व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास जताते हुए पत्र दिया था।
जिस पर उपायुक्त मंडी की कार्यवाही पश्चात मंगलवार का दिन (11 अप्रैल 2023)अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए तय किया गया था।
नगर परिषद जोगिंद्रनगर के मौजूदा कार्यकाल में अध्यक्षा व उपाध्यक्ष के खिलाफ यह दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ है। नगर परिषद जोगिंद्रनगर में कांग्रेस के चार, भाजपा के दो व एक निर्दलीय पार्षद हैं।
गत वर्ष भाजपा पार्षदों के सहयोग से निर्दलीय प्रेरणा ज्योति अध्यक्ष व कांग्रेस के प्यार सिंह उपाध्यक्ष चुने गए थे, लेकिन अब बाजी पलटने में भाजपा के दो पार्षदों का महत्वपूर्ण रोल रहा और अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में भाजपा के दो पार्षदों ने भी कांग्रेस के तीन पार्षदों का साथ दिया।
अब आगामी कुछ दिनों में नगर परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा। ऐसे में दोनों पदों में से एक-एक पद कांग्रेस व भाजपा के खाते में जा सकता है। वैसे मंगलवार के दिन पारित हुए अविश्वास प्रस्ताव से खेमे में बंटी जोगिन्दरनगर कांग्रेस के एक गुट को झटका लगा है।