मंडी जिला में बारिश के इंतजार में अभी तक 50 फीसदी गेहूं की बिजाई रुकी हुई है। जिला में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां की बिजाई केवल बारिश पर आश्रित रहती है। इसमें सरकाघाट, धर्मपुर, द्रंग, संधोल, बलद्वाड़ा, बल्ह सहित अन्य क्षेत्र शामिल है। लेकिन करीब दो माह से बारिश न होने के कारण अब तो गेहूं सहित अन्य फसलों की बिजाई में भी देरी हो गई है।
वहीं दूसरी तरफ कुछ दिनों से कोहरा और धुंध भी बढ़ती जा रही है। इससे सब्जियों को भी नुकसान पहुंच रहा है। यूं तो प्रदेश में 15 नवंबर तक का समय गेहूं की बिजाई के लिए सही रहता है।
जिसके लिए किसानों ने समय पर बीज खरीद कर खेत भी तैयार कर लिए हैं, लेकिन जमीन सूखी होने की वजह से किसानों के चेहरों पर गेहूं सहित रबी सीजन में बोई जाने वाली अन्य फसलों की बिजाई की चिंता नजर आ रही है। अगर आगामी कुछ दिनों में बारिश नहीं होती है, तो किसानों को भारी नुकसान हो सकता है।
काफी वर्षों बाद ऐसा हुआ है कि दो माह बिलकुल भी बारिश नहीं हुई है। हालांकि कृषि विभाग ने किसानों की डिमांड के अनुसार करीब 18 हजार क्विंटल गेहूं का बीज मुहैया करवा दिया है। लेकिन बिन बारिश के किसान हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
अब किसान देवी-देवताओं के दर हाजिरी भरकर बारिश करने की गुहार लगा रहे हैं। हर रोज पूजा-पाठ का क्रम देवी-देवताओं के स्थलों पर जारी है। किसानों को कहना है कि बारिश न होने के कारण भूखमरी पड़ सकती है।
बारिश न होने के कारण सब्जियों का उत्पादन भी प्रभावित हो गया है। जमीन में नमी बिलकुल गायब है। जिससे मटर, गोभी, मूली, गाजर, सरसों, आलू सहित अन्य फसलों पर मार पड़ रही है।
समय पर बारिश बारिश होने के कारण इन दिनों सब्जियों के दाम कम होते थे। लेकिन बारिश न होने कारण सब्जियों के दाम आसमां छू रहे हैं। इन दिनों फूलगोभी 70-80 रुपए, मटर 70, सरसों का साग 50 रुपए, गाजर 50 रुपए सहित अन्य सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।
क्या कहते हैं किसान
किसानों का कहना है कि बारिश न होने के कारण गेहूं की बिजाई नहीं कर पाए है। खेतों में नमी पूरी तरह गायब है। अगर किसी क्षेत्र में गत माह गेहूं की बिजाई की गई है। तो बीज नमी न होने के कारण अंकुरित नहीे हो पाया है।
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में बारिश नहीं होती है। तो बिजाई की गया बीज जमीन अंदर ही खराब हो जाएगा। इससे जहां किसानों को दोबारा बारिश के बाद बिजाई करनी पड़ सकती है। वहीं फसल भी देरी से तैयार होगी।
उपनिदेशक बोले, बारिश का है पूर्वानुमान
इस बारे में कृषि विभाग मंडी के उपनिदेशक डा. रामचंद्र चौधरी का कहना है कि बारिश न होने के कारण 50 प्रतिशत बिजाई नहीं हो पाई है।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो-तीन दिनों बाद बारिश होने के पूर्वानुमान लगाए जा रहे हैं। अभी भी बारिश हो जाती है। तो कृषि के कार्य के लिए काफी फायदेमंद होगी।