जगद्गुरु शंकराचार्य आश्रम कनखल में आपदाओं से मुक्ति के लिए चार दिवसीय चंडी अनुष्ठान का आयोजन किया गया। इस अनुष्ठान में जोगिन्दरनगर श्री शारदा ज्योतिष निकेतन के निदेशक और हस्तरेखा विशेषज्ञ कैप्टन पंडित डॉ. लेखराज शर्मा ने यजमान के रूप में भाग लिया।
सितम्बर का महीना भी कठिन
उन्होंनें बताया कि जब धर्म का ह्रास होता है, तब प्राकृतिक आपदाएं अपना प्रकोप दिखाती हैं। पर्वतीय राज्यों में नदियों का नालों का रूप ले लेना इसी का उदाहरण है।
डॉ. लेखराज शर्मा ने कहा कि आपदाओं का सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है। सितंबर का महीना भी कठिन साबित होगा। इस दौरान पशु-पक्षी, जन-जीवन, जल, वायु और धन पर संकट मंडराता रहेगा।
उन्होंने कहा कि मानव लगातार पृथ्वी का शोषण कर रहा है और यही प्राकृतिक प्रकोपों का मुख्य कारण है।
चन्द्रग्रहण से पड़ेगा इन राशियों पर असर
ज्योतिषाचार्य ने यह भी भविष्यवाणी की कि सात सितंबर को पड़ने वाला चंद्रग्रहण भारत की राजनीति में बड़ा बदलाव लाएगा। इस ग्रहण का असर राशियों पर भी देखने को मिलेगा।
वृषभ, धनु और कर्क राशि वाले जातकों को विशेष सतर्क रहने की सलाह दी गई। साथ ही उन्होंने कहा कि इस ग्रहण का प्रभाव सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियों पर भी स्पष्ट होगा।
देशों के बीच बढ़ेगा तनाव
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत-चीन रिश्तों पर भी टिप्पणी की। डॉ. शर्मा ने कहा कि सितंबर में दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ेगा, हालांकि संवाद और बातचीत की संभावनाएं भी बनी रहेंगी।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि दैहिक, दैविक और भौतिक आपदाओं से बचने का उपाय केवल अनुशासन और यज्ञ है। इसी उद्देश्य से आश्रम में चंडी अनुष्ठान किया गया ताकि मानव जीवन में शांति बनी रहे और प्रकृति का संतुलन कायम हो।
यज्ञ अनुष्ठान में ट्रस्ट के महामंत्री रवींद्र भदौरिया, उमाशंकर त्रिवेदी, सत्यनारायण त्रिवारी, आशु रघुवंशी, विनीत शर्मा, अभिषेक कौशिक, गौरव मित्तल, प्रबंधक नारायण शास्त्री, दीपक गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
श्रद्धालुओं ने देवी-देवताओं से आपदाओं का असर कम करने और समाज में सुख-शांति की प्रार्थना की।