यहां कुछ ऐसे भी आपराधिक पृष्ठ भूमि वाले चालक ऑटो चला रहे हैं जो मर्डर के मामले में जेल की सजा भुगत चुके हैं, ऐसे दबंग किस्म के लोग यहां केवल रात के समय ही ऑटो चलाते हैं।
नहीं हो रही कार्रवाई
हैरानी इस बात की है कि इन पर पुलिस का शिकंजा न के बराबर है और सरेआम कुछ ऑटो चालक धमकी देते हैं कि पुलिस वाले हमारे जानने वाले हैं। कई लोग इस बारे में जिला प्रशासन को शिकायत कर चुके हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर कोई अधिकारी रात को छापेमारी करने तक नहीं आता।
100 मीटर दूर है थाना
बस स्टैंड का क्षेत्र बेहद संवेदनशील रहता है। यहां से सदर थाना केवल 100 मीटर दूर है। जानकारी के मुताबिक यहां आधा दर्जन ऐसे लोगों का टोला है जो केवल रात को ऑटो चलाकर पैसे कमाने में जुटे हैं जिनका आपराधिक रिकॉड तक पुलिस के पास है, ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस के छोटे अधिकारी कुछ नहीं कर पाते। आम नागरिक भी कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए पुलिस के पास शिकायत करने से गुरेज करते हैं क्योंकि उन्हें सीधे थाने चलकर शिकायत करने के लिए कहा जाता है।
नाइट चार्ज के नाम पर हो रही लूट
बताया जा रहा है कि शिवरात्रि से लेकर आज तक मनमाने तरीके से नाइट चार्ज के नाम पर यात्रियों से ज्यादा किराया वसूला जा रहा है जबकि संबंधित अधिकारियों का कहना है कि रात को कोई अतिरिक्त किराया नहीं वसूला जा सकता है।
ऑटो के मिटा दिए हैं नम्बर
ऑटो की पहचान के लिए पूर्व में जिला प्रशासन की ओर से दिए गए बैकसाइड में नम्बर भी ऐसे ऑटो चालकों ने मिटा दिए हैं जबकि पहले यहां रहे ए.डी.एम. पंकज राय ने बहुत बढिय़ा व्यवस्था करते हुए ऑटो के पीछे अलग से मोटे अक्षरों में खास पहचान के लिए नम्बर दिए थे ताकि आसानी से लोग शिकायत कर सकें।
न किराया सूची न शिकायत नम्बर
इन ऑटो में न किराया सूची प्रदर्शित की गई है औरन शिकायत नम्बर कहीं अंकित है। ऐसे में आम जनता कैसे और किसे शिकायत करे यह असमंजस है।
स्रोत : पंजाब केसरी