बेमौसमी बारिश से गेहूं की फसल व अन्य फसलों को नुक्सान

हिमाचल में मई महीने में दिसंबर जैसा मौसम चल रहा है। रविवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश व ओलावृष्टि हुई है। ओलावृष्टि के कारण शिमला शहर ने थोड़ी देर के लिए सफेद चादर ओढ़ ली। लगातार हो रही बारिश एवं ओलावृष्टि से प्रदेश में ठंड का मौसम फिर से लौट आया है।

शिमला सहित प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में लोगों को ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों व हीटर का सहारा लेना पड़ रहा है। बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि किसानों-बागबानों को लगातार नुकसान पहुंचा रही है। पिछले करीब एक सप्ताह से बारिश एवं ओलावृष्टि का दौर जारी है।

शिमला, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और सिरमौर जिला के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि दर्ज की गई है। ओलावृष्टि के कारण जहां प्रदेश के निचले क्षेत्रों में किसानों की गेहूं की फसल के साथ सब्जियों की फसलों को नुकसान हो रहा हैं,

तो वहीं ऊपरी क्षेत्रों मेंं सेब, नाशपाती के अलावा स्टोन फ्रूट फसलों को नुकसान हुआ है। इसके कारण किसानों-बागबानों की चिंताएं बढ़ गई है। मौसम विभाग का अनुमान हैं कि पांच मई तक बारिश एवं ओलावृष्टि का दौर जारी रहेगा।

अधिकतम तापमान

पहले ही किसानों-बागबानों को जहां बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा हैं, तो वहीं आने वाले दिनों में अगर बारिश एवं ओलावृष्टि होती हैं, तो फिर किसानों-बागबानों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। प्रदेश में रविवार को हुई बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट देखी गई है। प्रदेश में अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से कम ही दर्ज किया गया है।

प्रदेश के दस जिलों में बारिश के आसार

हिमाचल प्रदेश में आज और कल बारिश एवं ओलावृष्टि को लेकर ओरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। प्रदेश के दस जिलो में बारिश एवं ओलावृष्टि का ओरेंज अलर्ट है। किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिला को छोडक़र बाकी सभी जिलों में तेज बारिश व ओलावृष्टि की आशंका है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पांच मई तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। पहली और दो मई को भारी बारिश, ओलावृष्टि व अंधड़ चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

हिमाचल प्रदेश में यलो अलर्ट के बीच रविवार को शिमला में ओलावृष्टि के साथ झमाझम बारिश हुई। राजधानी में दिन में ही अंधेरा छा गया। सडक़ों पर ओलों की सफेद चादर जम गई। प्रदेश में लगातार छह दिन मौसम खराब रहने के आसार हैं।

न्यूनतम तापमान

शिमला 12.0, सुंदरनगर 13.6, भुंतर 10.9, कल्पा 4.2, धर्मशाला 15.2, ऊना 16.7, नाहन 17.9, केलांग 0.1, पालमपुर 13.2, सोलन 11.4, मनाली 6.6, कांगड़ा 15.3, मंडी 12.6, बिलासपुर 17.0, हमीरपुर 14.6, चंबा 12.0, डलहौजी 12.8, जुब्बड़हट्टी 14.6, कुफरी 8.6, कुकुमसेरी 1.8, नारकंडा 7.1, भरमौर 7.0, रिकांगपिओ 7.0 डिग्री सेल्सियस

वहीँ केलांग में शिंकुला मार्ग पर गिरे हिमखंड ने सीमा सडक़ संगठन को परेशानी में डाल दिया है। करग्याक में फंसे 60 से अधिक लोग बेसब्री से शिंकुला दर्रा खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इन्हें 15 दिन से अधिक समय से शिंकुला दर्रा खुलने का इंतजार है।

ये सभी लाहुल, मनाली और कुल्लू के रहने वाले हैं, जो शिंकुला दर्रा के रास्ते लेह की तरफ मजदूर और सप्लाई लेकर निकले थे। अब उन्हें अपने गंतव्यों की ओर वापस आना है।

शिंकुला दर्रा पर 19 अप्रैल को बर्फबारी के चलते यातायात बंद हो गया था। 28 अप्रैल को शिंकुला मार्ग से दारचा से जांस्कर की तरफ 119 वाहनों को छोड़ा गया था। इसी दिन हिमखंड सडक़ पर गिरने से यह मार्ग फिर से बंद हो गया।

अगर सडक़ बंद नहीं होती तो जांस्कर छोर से करग्याक में फंसे सभी वाहनों को दारचा की तरफ छोड़ा जाना था। शिंकंला दर्रा मार्ग में स्थानीय वाहनों के लिए वन-वे ट्रैफिक है।

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