क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में मेन मास्टर माइंड सुभाष शर्मा देश छोडक़र दुबई फरार हो गया है। क्रिप्टो करंसी के नाम पर ठगी मामले में पुलिस की एसआईटी की कार्रवाई के बाद ठगी मामले से जुड़े अन्य आरोपी भी विदेश भागने की तैयारी में हैं।
बताया जा रहा है कि करोड़ों की ठगी मामले के मास्टर माइंड सुभाष शर्मा ने कई होटल और पेट्रोल पंप भी बनाने के अलावा चंडीगढ़ के पास जीरकपुर में कई एकड जमीन भी खरीदी है।
बताया जा रहा है कि आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस की एसआईटी ने मास्टर माइंड की सहयोगी महिला को भी पूछाताछ के लिए हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि उक्त महिला मास्टर माइंड सुभाष के साथ क्रिप्टो करंसी ठगी मामले का हिसाब किताब का काम देखती है।
पुलिस की पूछताछ में मास्टर माइंड की सहयोगी महिला करोड़ों की ठगी मामले से जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते है।
करोड़ों की ठगी मामले को अंजाम देने वाले अधिकतर आरोपियों ने प्रदेश बाहर चंडीगढ़, जीरकपुर और मोहाली में कई महंगे फलैट और अन्य संपत्तियां खरीदी है। इतना ही नहीं, आरोपियों ने पंजाब के महंगे एरिया में भी करोड़ों के कई सैलून एवं मसाज भी खोल रखे है।
बताया जा रहा है कि करोड़ों की ठगी को अंजाम देने वाले आरोपियों लोगों से ठगी काली कमाई को सोने और बिट कॉइन में कनवर्ट करके छुपाकर रखा है। क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में पुलिस विभाग के कई कर्मचारियों ने भी इनवेस्ट किया है।
करोड़ों की ठगी में मास्टर माइंड सुभाष शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम विदेश भी जा सकती है।
क्रिप्टो करंसी ठगी मामले के गिरफ्तार किए दोनों आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए सिर मुंडवा दिए थे, लेकिन सिर मुंडवाने के बाद भी आरोपी हिमाचल पुलिस की एसआईटी से बच नहीं पाए।
पुलिस ने सिर मुंडवाने के बाद भी आरोपियों को गिर सोमनाथ के एक फार्म हाउस से ढूंढ निकाला। क्रिप्टो करंसी के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी मामले के आरोप में गिरफ्तार किए हेमराज और सुखदेव ने पुलिस से बचने के लिए सिर मुंडवाकर गुजरात के एक गिर सोमनाथ जिला में एक फार्म हाउस में छिपकर रह रहे थे, लेकिन हिमाचल पुलिस की एसआईटी से अरोपी बच नहीं पाए।
पुलिस की एसआईटी ने सिर मुंडावने के बाद भी आरोपियों को पहचान कर गिरफ्तार किया है। क्रिप्टो करंसी के नाम लोगों से हुई करोड़ों की ठगी मामले में मुख्य आरोपी सुभाष शर्मा, सुखदेव ठाकुर, हेमराज ठाकुर और अन्य जो हिमाचल प्रदेश के निवासी है।
इस अपराध में निवेशकों को लुभाने के लिए उच्च रिटर्न के वादे और अन्य दावों के साथ कोरवियो कॉइन नाम की नकली क्रिप्टो मुद्रा का प्रचार शामिल है। संदिग्धों पर अपने फायदे के लिए क्रिप्टो करेंसी की कीमतों में हेरफेर करने का आरोप है, जिससे निवेशकों को नुकसान हुआ।
क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद में प्रदेश में क्रिप्टो करंसी के नाम पर ठगी मामले की शिकायतें बढ़ती जा रही है।