शिमला: हिमाचल कांग्रेस के 6 नेताओं ने सी.एम. के खिलाफ पार्टी हाईकमान को एक शिकायत पत्र भेजा है। इसमें मुख्यमंत्री के नेतृत्व पर सवाल उठाए गए हैं और उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की गई है। कांग्रेस के 6 विधायकों और कुछ पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है। इसमें मुख्यमंत्री के नेतृत्व पर सवाल उठाए गए हैं और उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की गई है। यह जानकारी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी प्रेषित की गई है। हालांकि उन्होंने विधायकों के नामों का खुलासा नहीं किया लेकिन शिकायत करने वाले विधायकों की संख्या 6 जरूर बताई है।
गुड़िया मामले में बयानबाजी को लेकर नाराज हैं विधायक
उन्होंने बताया कि सरकार में बैठे कई मंत्री, विधायक व पदाधिकारी मुख्यमंत्री के गुड़िया मामले में दिए गए बयानों से बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा कि पत्र के माध्यम से विधायकों ने आरोप लगाया है कि सरकार इस गंभीर मामले से निपटने में सियासी फ्रंट पर फेल रही है, ऐसे में विधायकों ने मुख्यमंत्री को उनके पद से हटाने की बात कही है। उनका कहना है कि यदि संबंधित विधायक इस्तीफा देेंगे तो राज्य सरकार में अल्पमत में आ सकती है। वहीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को भी पत्र बम के बाद सी.एम. को घेरने का एक ओर कारगर हथियार मिल गया है। देखा जाए तो आजकल सी.एम. और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के बीच छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। अब पत्र बम से इनके रिश्तों में और खटास आ सकती है।
ठीक चुनाव से पहले आपस में उलझी कांग्रेस
उनके अनुसार विधायकों ने पत्र में यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को पद से हटाकर कांग्रेस सलाहकार परिषद में शामिल किया जाए। बताया जा रहा है कि इस सिलसिले में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष स्वयं दिल्ली जाकर हाईकमान से चर्चा कर सकते हैं। यह पत्र बम ऐसे वक्त में फोड़ा गया है जब हिमाचल गुड़िया मामले में अत्यंत संवेदनशील हालात से गुजर रहा है। विशेष है कि प्रदेश में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस चुनाव से पहले ही आपस में उलझ गई है, जिसका पार्टी को विधानसभा चुनाव में खमियाजा भी भुगतना पड़ा सकता है।
सी.एम. कार्यालय की कार्यशैली पर भी उठाए सवाल
कांग्रेस के 6 विधायकों ने शिकायती पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री कार्यालय की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं। सूत्रों के अनुसार जिस तरह से गुडिय़ा प्रकरण को सी.एम. कार्यालय ने हैंडल किया, उससे भी वे नाराज हैं। इस केस के कुछ संदिग्ध आरोपियों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इसके बाद ये फोटो मुख्यमंत्री के फेसबुक अकाऊंट पर भी अपलोड हो गए थे, जिसे शिकायतकर्ता विधायकों ने पत्र में गंभीर चूक बताया है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार रिटायरी अधिकारियों को अहम पदों पर तैनात करने से भी कांग्रेस नेता अदंरखाते खासे नाराज चल रहे हैं।
मनकोटिया पहले ही खोल चुके हैं मोर्चा
मुख्यमंत्री के खिलाफ पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया पहले ही मोर्चा खोल चुके हैं। इसके तहत वह कांग्रेस का बचाने के लिए वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने तक की बात कह चुके हैं। वहीं अब 6 विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को पत्र लिख कर कांग्रेस के विधानसभा चुनाव में उतरने से पहले ही राजनीति गरमा दी है।