चंबा मेडिकल कॉलेज में डिलीवरी के बाद बदल दिए बच्चे!

हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेज चंबा के स्टाफ पर परिजनों ने नवजात के अदला-बदली करने के आरोप लगाकर खूब हंगामा किया। इसकी लिखित शिकायत मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की ओर से चिकित्सा अधीक्षक ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।

3 दिनों के भीतर रिपोर्ट देगी कमेटी

यह कमेटी आगामी तीन दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट चिकित्सा अधीक्षक को सौंपेगी। बहरहाल, अब जांच कमेटी की रिपोर्ट पर ही नवजात के अदला-बदली को लेकर लगाए गए आरोपों से पर्दा उठ पाएगा। इतना ही नहीं, यदि जांच करने के लिए डीएनए टेस्ट की भी जरूरत पड़ती है तो पुलिस विभाग से संपर्क साधकर डीएनए टेस्ट भी करवाया जा सकता है।

पहला मामला

हमेशा चर्चाओं में रहने वाले पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में पहली बार नवजात के अदला-बदली करने का मामला सामने आया है। चुराह से ताल्लुक रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि 28 मार्च को उसकी पत्नी ने मेडिकल कॉलेज चंबा में एक नवजात शिशु (बेटे) को जन्म दिया। इसी समय भरमौर से ताल्लुक रखने वाली एक महिला ने भी मेडिकल कॉलेज में एक नवजात (बेटे) को जन्म दिया।

चिकित्सा अधीक्षक के पास पहुंचा मामला

पीड़ित ने दावा किया कि जन्म के बाद उनका नवजात बेटा पूरी तरह स्वस्थ था। उनका कहना है कि उन्होंने अपने बच्चे की फोटो भी खींची हुई है। बावजूद इसके मेडिकल कॉलेज में उनके हष्ट-पुष्ट शिशु की जगह दूसरे नवजात के साथ अदला-बदली कर दी गई है। इसको लेकर बाकायदा उनकी आपस में बहस भी हुई। अगले दिन परिजनों के मौके पर पहुंचने के बाद ये मामला बढ़ने पर चिकित्सा अधीक्षक के पास पहुंचा है।

स्टाफ पर लगे आरोप

परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में प्रसव के दौरान तैनात स्टाफ पर नवजात की अदला-बदली करने के संगीन आरोप जड़े। खैर, चिकित्सा अधीक्षक के पास पहुंची लिखित शिकायत के बाद उन्होंने जांच कमेटी गठित कर दी है। इसमें डिप्टी एमएस, शिशु रोग विशेषज्ञ, गायनी विशेषज्ञ, वार्ड सिस्टर और नर्स को शामिल किया गया है।

जोगिन्दरनगर की लेटेस्ट न्यूज़ के लिए हमारे फेसबुक पेज को
करें।