एक लड़की के मर्डर केस में चार लड़कों के साथ आपके बेटे को गिरफ्तार किया है, मामला रफा दफा करना है तो 10 लाख लेकर आ जाओ’। अनजान नंबर से ऐसी ‘पुलिस की कॉल’ आपको भी आ सकती है।
अगर आपका बेटा-बेटी कहीं बाहर पढ़ रहे हैं या जॉब कर रहे हैं तो ऐसी कॉल से सावधान रहना होगा। नहीं तो आप बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार बना सकते हैं। दरअसल, हिमाचल प्रदेश में भी लोगों की धड़कनें ऐसी कॉल्स आने पर बढ़ गई हैं।
साइबर ठग आजकल आपके बच्चों के मर्डर केस या फिर रेप केस फंसने का डरावा बताकर फेक कॉल के जरिए पैसे की मांग कर रहे हैं। मंडी और शिमला समेत प्रदेश के अन्य जिलों में लोगों को आजकल उनके बेटे की गिरफ्तारी से जुड़ी कॉल्स आ रही हैं।
शातिर लोगों को फर्जी कॉल कर किसी भी तरह बेवकूफ बना सकते हैं। ये लोग आपको कॉल कर बेटा या बेटी के नाम पर झूठी कहानी बताकर फिरौती मांग सकते हैं। ठग पुलिसवाला बनकर ऐसा काम कर रहे हैं।
अनजान नंबर से ऐसी ‘पुलिस की कॉल’ आपको भी आ सकती है। अगर आपका बेटा-बेटी कहीं बाहर पढ़ रहे हैं या जॉब कर रहे हैं तो ऐसी कॉल से सावधान रहना होगा। नहीं तो आप बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार बना सकते हैं।
ठगों ने इन दिनों यह नया पैंतरा आजमाना शुरू किया है। किसी को भी ‘डर’ का डर दिखाकर ऑनलाइन पैसे ऐंठ लेते हैं। आमतौर पर ट्रूकॉलर से नंबर, फेसबुक अकाउंट पर सांझा की गई पारिवारिक तस्वीरें, ट्रैवलिंग से जुड़ी जानकारी चोरी कर साइबर ठग कॉल करते हैं। अभी तक देशभर में कई ठगी के केस सामने आ चुके हैं।
उधर, डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला का कहना है कि किसी भी अज्ञात नंबर की कॉल पर ठगों द्वारा मांगी गई राशि का भुगतान न करें।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि कभी आपको थोड़ा भी संदेह हो तो फौरन ही केंद्र सरकार के स्पेशल साइबर अपराध रोधी शिकायत नंबर 155260 या फिर 1930 पर कॉल करें और पूरी जानकारी दें।